YouTuber Raw Dogging: लंबी दूरी की फ्लाइट में आप अपना समय कैसे बिताते हैं? क्या आप किताब पढ़ना, फिल्म देखना, पॉडकास्ट सुनना या अपना फोन ब्राउज़ करना पसंद करते हैं? हाल ही में, एक नया चलन सामने आया है जो इन सभी विकल्पों को खत्म कर देता है. इसे रॉ-डॉगिंग के नाम से जाना जाता है, लेकिन ये वैसा नहीं है, जैसा आप समझ रहे हैं.
दरअसल, इसका मतलब आपको बिना किसी एंटरटेनमेंट के अपनी जर्नी पूरी करनी होगी. इसका मतलब है कि आप न तो सामने वाली छोटी स्क्रीन में फिल्म देख सकते हैं, न म्यूजिक सुन सकते हैं और न ही किताबें पढ़ सकते हैं. आपको सिर्फ उस स्क्रीन पर ये पता चलेगा कि आपकी फ्लाइट कहां पहुंची है और कितने देर में आपकी जर्नी पूरी होगी. ऐसा ही कुछ हाल ही में एक यूट्यूबर के साथ हुआ, जब फ्लाइट में उसकी सीट के आगे लगी एलईडी स्क्रीन काम नहीं कर रही थी.
YouTuber ने बताया कि 11 घंटे की फ्लाइट के दौरान सभी पैसेंजर्स को रॉ-डॉगिंग करना पड़ा. कई यात्रियों ने सिर्फ मैप देखकर पूरे जर्नी को पूरा किया. कई पैसेंजर्स ने स्क्रीन को रीसेट भी किया, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. खुद यूट्यूबर ने 4 घंटे तक स्क्रीन को ठीक करने की कोशिश की लेकिन कोई सफलता नहीं मिली. यूट्यूबर पर पोस्ट एक वीडियो में दिखाया कि यात्रियों की सीट के आगे लगे स्क्रीन में प्लीज वेट लिखा आ रहा था. कुछ लोगों ने स्क्रीन को रीसेट किया तो उसमें एयरलाइंस का लोगो आने लगा.
यूट्यूबर ने बताया कि कुछ यात्रियों के पास अपनी यात्रा को रॉ-डॉग करने के अलावा कोई विकल्प नहीं था. उसने बताया कि मैं और मेरी पत्नी रॉ-डॉगिंग से बच गए, क्योंकि हमने किताबें पैक की थीं और फिल्में डाउनलोड की थीं. उन्होंने बताया कि 11 घंटे की जर्नी के दौरान मैंने 'हाउस ऑफ़ द ड्रैगन' के चार एपिसोड और फिर कई फ़िल्में देखीं.
यूट्यूबर की ओर से पोस्ट किए वीडियो के कमेंट बॉक्स में एक यूजर ने लिखा कि यही कारण है कि मैं अपनी फ्लाइट्स में किताबें ले जाता हूं या लिखने के लिए नोटबुक. एक अन्य यूजर ने लिखा कि कभी भी एयरलाइन्स पर निर्भर न रहें, अपने एंटरटेनमेंट के लिए कुछ न कुछ अपने पास रखें. एक अन्य यूजर ने लिखा कि ये सबकुछ अटलांटा से रोम जाने वाली मेरी डेल्टा फ्लाइट में हुआ. 9 घंटे की रॉ-डॉग. हालांकि खाना अच्छा था.