CBI Expose shocking bribery tactics in Delhi Police: दिल्ली पुलिस में रगे-बसे भ्रष्टाचार के नए तरीकों ने खुफिया एजेंसियों का भी दिमाग हिला कर रख दिया है. हाल ही में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की कार्रवाई ने पुलिस विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार की गंभीरता को उजागार किया है. सीबीआई की ओर से दर्ज एफआईआर की जांच से पता चलता है कि पुलिसकर्मी रिश्वत लेने के नए तरीके अपना रहे हैं.
अतीत में जहां एकमुश्त रिश्वत लेना आम बात थी, वहीं अब पुलिसकर्मी अधिक चालाकी से काम ले रहे हैं. वे रिश्वत की राशि को किश्तों में बांटकर मांग रहे हैं. यह एक नया ट्रेंड बनता जा रहा है, जिससे शिकार को रिश्वत की पूरी राशि एक साथ देने का बोझ कम पड़ता है, लेकिन भ्रष्टाचार की जड़ें और गहरी हो जाती हैं.
सीबीआई के अनुसार, कई मामलों में पुलिसकर्मी शिकार से डाउन पेमेंट के रूप में कुछ राशि लेते हैं और बाकी रकम बाद में किश्तों में देने का दबाव बनाते हैं. यह तरीका पुलिसकर्मियों को पकड़े जाने के जोखिम को कम करने में मदद करता है क्योंकि एक बार में पूरी रकम नहीं ली जाती है.
इसके अलावा, कुछ मामलों में पुलिसकर्मी शिकार को पूरी तरह से तलाशने लगे हैं, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि उनके पास कोई रिकॉर्डिंग डिवाइस न हो. यह एक नया स्तर का सावधानी है, जो दिखाता है कि पुलिसकर्मी कितने सतर्क हो गए हैं.
हाल ही में पूर्वी दिल्ली के पटपड़गंज पुलिस स्टेशन पर सीबीआई ने दो हेड कांस्टेबलों को 10,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया. आरोपियों ने एक महिला व्यापारी से चोरी के फोन बेचने के आरोप में 50,000 रुपये की रिश्वत मांगी थी. बाद में बातचीत के बाद यह राशि 11,000 रुपये तय हुई और बाकी रकम किश्तों में लेने की बात हुई.
इससे पहले जून में एक अन्य मामले में एक सब-इंस्पेक्टर को 2 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया था. आरोपी ने शिकायतकर्ता से 3 लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी, जिसे बाद में घटाकर 2 लाख रुपये कर दिया गया. रिश्वत की पहली किस्त के रूप में एक लाख रुपये लेते समय सीबीआई ने कार्रवाई की.
एक अन्य मामले में, एक पुलिसकर्मी ने एक शिकायतकर्ता से 25 लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी. इसे भी किश्तों में लिया जाना था. हालांकि, शिकायतकर्ता ने सीबीआई से संपर्क किया और पुलिसकर्मी को 4.5 लाख रुपये की किश्त लेते हुए गिरफ्तार कर लिया गया.
दिल्ली पुलिस में भ्रष्टाचार की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए सीबीआई ने पिछले दो वर्षों में कई छापेमारी की हैं. इन छापेमारियों के दौरान कई पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार किया गया है. ये गिरफ्तारियां दिल्ली पुलिस की साख पर गहरा प्रभाव डाल रही हैं और जनता के विश्वास को कमजोर कर रही हैं.
इस तरह की रिश्वतखोरी के नए तरीकों ने पुलिस विभाग के भीतर भ्रष्टाचार की जड़ों को और गहरा कर दिया है. इसे खत्म करने के लिए कड़े कदम उठाने की जरूरत है. साथ ही, पुलिस विभाग में पारदर्शिता और जवाबदेही बढ़ाने के उपाय करने होंगे.