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साई बाबा या चांद बिया? साईं की प्रतिमा को लेकर छिड़ी नई जंग, अब तक हटी 14 मूर्तियां

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Babli Rautela

Sai Baba Idols Removed: यूपी के वाराणसी में एक दर्जन से ज्यादा मंदिरों से साईं बाबा की मूर्ति को या तो हटा दिया . या फिर उनकी मूर्तियों को ढक दिया गया है. ये अभियान सनातन रक्षा दल और केंद्रीय ब्राह्मण सभा ने छेड़ा है. जिसके बाद अब पूरे देश में ये बहस छिड़ गई है कि मंदिर वाले साईं बाबा अब कहां जाएंगे. साईं बाबा को लेकर एक बार फिर से विवाद और गर्मा गर्मी का दौर शुरू हो चुका है इस बार यह विवाद कहीं और नहीं बल्कि धर्मनगरी काशी से शुरू हुआ है जहां बाबा विश्वनाथ का वास है.

साईं बाबा पर छिड़ी जंग

काशी में सबसे बड़े गणेश मंदिर समेत कई दर्जन मंदिरों से साईं बाबा की मूर्तियों को हटा दिया गया.इसके साथ ही लोगों का कहना है की हर सनातनी को अपने अपने धर्म स्थलों से आपको पूजना है तो पूजिए या अपने घर में ले जाकर पूजिए भाई. किसी मजार मस्जिद से आप मजार से उठा लाइए. अपने घर में लग के पूजिए हमें कोई आपत्ति नहीं लेकिन धर्म स्थलों पे कोई एक ऐसा निर्माण ना कीजिए जिससे कि किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचे।

साई बाबा या चांद बिया 

बता दें की पिछले पिछले कुछ सालों से दो राय चली आ रही है साईं विरोधी उन्हें चांद बिया मानते हैं और उन्हें भगवान का दर्जा देने का विरोध करते हैं और दूसरी तरफ साईं भक्त उन्हें भगवान मानते हैं. काशी में एक ऐसे ही मंदिर में 11 साल पहले साई की मूर्ति को स्थापित किया गया था लेकिन रविवार को वहां से यह कहते हुए उसे हटा दिया गया कि साई मुसलमान थे और इसलिए उन्हें सनातनी मंदिर में स्थान नहीं दिया जा सकता.

इतना ही नहीं उनका कहना है की साईं के भक्त उनके लिए अलग मंदिर बनाकर पूजा अर्चना कर सकते हैं यह अभी चार पाच साल से स्वामी स्वरूपानंद जी ने मतलब एक अभियान छेड़ रखा जिसको उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में जाकर उसको दाखिल भी किया और उन्होंने इस चीज को साबित कर दिया कि हमारे साई जी जो है मुस्लिम है और उसी के कारण जो है उनको हटाने का जो है उन्होंने अपने सनातनी मंदिरों से जो है हटाने का एक आदेश जारी कर दिया कि लोग हटा ले और उन्होंने भी हम लोगों से निवेदन किया कि नहीं जो है इनको हटा दे. जितने भी साई भक्त हैं हम उनसे भी कहना चाहेंगे कि उनके पूजन अर्चन से हम लोगों को कोई दिक्कत नहीं है उनका वह मंदिर कहीं भी स्थापित करके अलग से जो है वह पूजन अर्चन करें.