कुछ दिनों पहले जम्मू-कश्मीर के मट्टन में लगी आग में कश्मीरी पंडितों के चार घर खाक हो गए थे. पहले तो इन घरों में लगी आग को हादसा माना गया लेकिन अब इसमें साजिश की बू आने लगी है. स्थानीय लोगों ने इस मामले में शिकायत भी दर्ज कराई है. कहा जा रहा है कि विस्थापित कश्मीरी पंडितों के मन में डर पैदा करने के लिए इस तरह की कोशिशें की जा रही हैं. हैरानी की बात यह है कि जिन घरों में आग लगी वे लंबे समय से खाली पड़े थे और उनमें कोई रहता नहीं था.
स्थानीय लोगों का कहना है कि इस इलाके में कुछ संदिग्ध लोगों को भी हाल ही में देखा गया था और इसकी जानकारी जम्मू-कश्मीर की पुलिस को भी दी गई थी. यही वजह है कि एक एफआईआर भी दर्ज कराई गई है. अब पुलिस जांच कर रही है कि कहीं इस घटना के पीछे किसी की साजिश तो नहीं है. सूर्य मार्तंड मंदिर के सेवक ने भी इस मामले की पुष्टि की है कि यहां संदिग्धों को देखा गया था. इस बयान के बाद सीसीटीवी कैमरे भी खंगाले जा रहे हैं.
राजदान मोहल्ले में स्थित इन चार घरों के बारे में कहा जा रहा है कि ये पिछले 35 साल से खाली थे. ऐसे में आग लगने की संभावना ही नहीं थी. कहा जा रहा है कि इस घटना ने कश्मीरी पंडितों की वापसी को लेकर एक झटका दिया है.