उत्तर प्रदेश की घोसी लोकसभा सीट इस बार हर पार्टी के लिए नाक का सवाल बन गई है. NDA गठबंधन के तहत यह सीट सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP) के खाते में गई है. पार्टी के मुखिया और उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने यहां से अपने बेटे अरविंद राजभर को उम्मीदवार बनाया है. वहीं, समाजवादी पार्टी ने इस सीट पर भूमिहार उम्मीदवार राजीव राय का टिकट दिया है. कांग्रेस भी उन्हीं का समर्थन कर रही है.
इस सीट पर बहुजन समाज पार्टी ने बालकृष्ण चौहान को टिकट दिया था. 2019 में सपा और बसपा का गठबंधन था और तब यही बालकृष्ण चौहान कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़े थे. 2019 में बसपा के उम्मीदवार रहे अतुल राय ने यहां से बाजी मारी थी और बीजेपी के हरिनारायण राजभर दूसरे नंबर पर रहे थे. 2014 में बीजेपी के हरिनारायण राजभर ही यहां से चुनाव जीते थे.
मुख्तार अंसारी के प्रभाव वाली इस सीट पर पहली बार ऐसा हो रहा है कि अंसारी परिवार उतना सक्रिय नहीं है. हालांकि, अंसारी परिवार अब सपा के साथ है और राजीव राय का समर्थन कर रहा है. दूसरी तरफ, अरविंद राजभर रूठों को मनाने के लिए सबसे माफी मांगते फिर रहे हैं. ऐसे में इस सीट की चुनावी जंग इस बार काफी रोचक होने वाली है.