BR Shetty: गरीब हमेशा गरीब नहीं रहता और अमीर हमेशा अमीर नहीं रहता. इस लाइन को पढ़कर आपको लग रहा होगा कि ऐसा नहीं होता लेकिन रियल लाइफ में ऐसा ही होता है. जीवन का चक्र कब किसी दिशा में मुड़ जाए कोई भरोसा नहीं. समय किसी का सगा नहीं होता. कुछ इसी प्रकार समय ने एक ऐसे इंसान को हरा दिया जिसने करोड़ों का साम्राज्य खड़ा किया था. इस शख्स का नाम है बीआर शेट्टी पूरा नाम बवागुत्थु रघुराम शेट्टी. बहुत से लोग इस नाम से परिचित है. इनकी एक कंपनी थी एनएमसी हेल्थ. जो अब नहीं रही. रातों-रात एक ट्वीट ने इस 16 हजार की वैल्यूएशन वाली कंपनी मात्र 74 रुपए में बिक गई.
बवागुत्थु रघुराम शेट्टी मूलत: भारत के कर्नाटक के रहने वाले हैं. 1973 में वो नौकरी करने संयुक्त अरब अमीरात (UAE) पहुंचें. मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव की नौकरी करने लगे. धीरे-धीरे करके चिकित्सा क्षेत्र का जाना और ये समझा कि कैसे मेडिकल लाइन में बिजनेस किया जाता है. जैसे हर्षद मेहता ने पहले शेयर बाजार को समझने के लिए ब्रोकरेज फर्म में काम किया. इसके बाद खुद शेयर मार्केट का बॉस बन गया. कुछ इसी तरह से बीआर शेट्टी ने भी किया. मेडिकल के बिजनेस को समझने के बाद यूएई में ही NMC ग्रुप की शुरुआत की.
बीआर शेट्टी ने कुछ ही सालों में अपनी कंपनी एनएमसी ग्रुप को बुलंदियों पर पहुंचा दिया. हेल्थ केयर में वो लोगों की पहली पसंद बन चुके थे. एक छोटे से कमरे से उन्होंने कंपनी की शुरुआत की थी और बहुत की कम समय में कंपनी का एक कमरे का ऑफिस एक बड़ी बिल्डिंग में तब्दील हो गया. कंपनी की वैल्यूएशन 16 हजार करोड़ तक पहुंचा दी.
कहा जाता है कि NMC ग्रुप के मालिक रहे बीआर शेट्टी मौज की जिंदगी जीते थे. अथाह पैसे आने के बाद उन्होंने खूब संपत्ति खरीदी. बुर्ज खलीफा में दो फ्लोर उन्हीं के थे. यूयेई के अलग-अलग शहरों में उनकी कई प्रॉपर्टीज़ थी. रोल्स रॉयस, मेबैक जैसी लग्जरी गाड़ियां, प्राइवेट जेट सब कुछ था. प्राइवेट जेट से चलने वाली बीआर शेट्टी की गिनती चुनिंदा लोगों में हुआ करती थी. उनके जीवन में सब कुछ सही चल रहा था लेकिन फिर अचानक एक ट्वीट ने उनके साम्राज्य को जड़ से उखाड़ फेंकने का काम किया.
आगे बढ़ें उससे पहले गौतम अडानी की बात करते हैं. शायद आपको याद हो कि हिंडनबर्ग नाम की एक कंपनी ने अडानी को हिला कर रख दिया था. हिंडनबर्ग ने रिपोर्ट जारी कर अडानी ग्रुप पर कई सारे आरोप लगाए थे. रिपोर्ट सामने आने के बाद अडानी ग्रुप ऑफ कंपनीज के शेयरों में भारी गिरावट देखी गई थी. गौतम अडानी ने इस तूफान को रोक लिया. नुकसान तो हुआ लेकिन धीरे-धीरे अडानी की कंपनियों के शेयर पटरी पर लौटने लगे. अब वापस अपने विषय पर आते हैं. हम थे बीआर शेट्टी की कहानी पर. गौतम अडानी के साथ जैसा हुआ वैसा ही कुछ साल 2019 में बीआर शेट्टी के साथ हुआ था. जो मजबूत अडानी ने दिखाई वो शेट्टी साहब नहीं दिखा पाए.
2019 में उनकी कंपनी की वैल्यू 16 हजार करोड़ से अधिक की थी लेकिन यूके के शॉर्ट सेलर ऑर्गेनाइज़ेशन मडी वॉटर्स के एक ट्वीट ने उनकी दौलत को मिट्टी में मिला दिया था. जैसा हिंडनबर्ग काम करती है वैसा ही काम मडी वॉटर्स भी करती है. कंपनियों के डाटा का विश्लेषण करती है. वापस हम कहानी पर आते हैं. रिपोर्ट में बताया गया कि बीआर शेट्टी ने कंपनी में फर्जीवाड़ा किया है. कर्ज को कम करने के लिए उन्हें कैश फ्लो को अधिक दिखाया. जैसे ये खबर मार्केट में आई शेयर मार्केट में उनकी कंपनी तबाह हो गई.
मडी वॉटर्स के एक ट्वीट से NMC हेल्थकेयर के शेयर धड़ाम हो गए. इतने गिरे कि उठ ही नहीं पाए. शेट्टी की संपत्ति 1.5 अरब डॉलर तक आ चुकी थी. उन्हें समझ नहीं आ रहा था कि वो अपनी कंपनी का करें तो करें क्या. मजबूरन उन्हें अपनी 16 हजार करोड़ की कंपनी को मात्र 1 डॉलर में बेचना पड़ा था.
तो ये थी बीआर शेट्टी फर्श से अर्श और फिर अर्श से फर्श तक आने की कहानी. इसी तरह की दिलचस्प किस्से और कहानियों के लिए जुड़े रहें हमारे साथ.
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