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झूठ है भारत में बेरोजगारी का दावा! RBI ने दिए चौंकाने वाले आंकड़े

RBI Stats on Employment: भारत, दुनिया की सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश होने के साथ-साथ अब रोजगार के नए आयाम स्थापित कर रहा है. हाल के आंकड़े बताते हैं कि देश में रोजगार की स्थिति में लगातार सुधार हो रहा है. रिजर्व बैंक के ताज़ा आँकड़ों के अनुसार, अब देश में लगभग हर दूसरे व्यक्ति के पास रोजगार है.

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Courtesy: rbi website

RBI Stats on Employment: भारत, जो दुनिया का सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश बनने की ओर अग्रसर है, रोजगार के मोर्चे पर भी लगातार नई ऊंचाइयां छू रहा है. हाल ही में जारी आंकड़ों के अनुसार, देश में अब हर दूसरे व्यक्ति के पास रोजगार है. रिजर्व बैंक के आंकड़े बताते हैं कि देश में रोजगार करने वालों की संख्या 64 करोड़ के पार पहुंच गई है.

कुल जनसंख्या और रोजगार का अनुपात

भारत की कुल जनसंख्या लगभग 142.8 करोड़ है. यदि हम 17 साल से कम उम्र के बच्चों (जो कानूनी रूप से काम नहीं कर सकते) को हटा दें तो देश में रोजगार योग्य जनसंख्या लगभग 116 करोड़ रह जाती है. इस आंकड़े के अनुसार, देश में हर दूसरे व्यक्ति के पास रोजगार है, जो एक सकारात्मक संकेत है.

रोजगार में वृद्धि दर

सरकार के आंकड़ों के अनुसार, वित्त वर्ष 2023-24 में देश में रोजगार की वृद्धि दर 6% के आसपास रही है. इस दौरान लगभग 4.67 करोड़ नए रोजगार के अवसर पैदा हुए हैं.

सरकार का रोजगार सृजन का लक्ष्य

मोदी सरकार ने अगले 5 सालों में 4.1 करोड़ नए रोजगार पैदा करने का लक्ष्य रखा है. इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए सरकार ने कई योजनाएं शुरू की हैं जिनका उद्देश्य युवाओं को कौशल विकास प्रदान करना और उन्हें रोजगार के अवसर उपलब्ध कराना है.

पिछले 9 वर्षों में मिला 17 करोड़ लोगों को रोजगार

रिजर्व बैंक के KLEMS डेटा के अनुसार, पिछले 9 वर्षों में देश में रोजगार की संख्या में 17.19 करोड़ की वृद्धि हुई है. यह एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है जो दर्शाती है कि देश रोजगार सृजन के मोर्चे पर लगातार प्रगति कर रहा है.

भारत में रोजगार के अवसरों में तेजी से वृद्धि हो रही है. सरकार द्वारा उठाए गए कदमों और निजी क्षेत्र के योगदान से रोजगार का वातावरण लगातार बेहतर हो रहा है. हालांकि, अभी भी कई चुनौतियां हैं जिनका सामना करना होगा, जैसे कि गुणवत्तापूर्ण रोजगार के अवसरों का सृजन, कौशल विकास और बेरोजगारी की समस्या का समाधान.