आज Paytm Payments Bank की डेडलाइन खत्म, अब Paytm Upi यूजर्स का क्या होगा?

भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) ने पेटीएम की पैरेंट कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस को यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) सिस्टम पर थर्ड पार्टी एप्लिकेशन प्रोवाइडर (TPAP) के तौर पर काम करने की मंजूरी दे दी.

India Daily Live

 Paytm News: पेटीएम पेमेंट्स बैंक सर्विसेज (Paytm Payments Bank Services) (PPBL) की आज यानी 15 मार्च को डेडलाइन समाप्त हो रही है. यानी आज के बाद  पेटीएम पेमेंट्स बैंक सर्विसेज की सभी सेवाएं बंद हो जाएंगी. ऐसे में पेटीएम यूपीआई का इस्तेमाल करने वाले तमाम उपभोक्ताओं के मन में सवाल है कि वे आगे पेटीएम यूपीआई का इस्तेमाल कर पाएंगे या नहीं. ऐसा इसलिए क्योंकि पेटीएम का यूपीआई सिस्टम पूरी तरह (PPBL) पर निर्भर था.

तो यहां सभी पेटीएम यूपीआई यूजर्स को बता दें कि उन्हें बिल्कुल भी परेशान होने की जरूरत नहीं हैं. पेटीएम यूपीआई पहले की तरह ही सुचारू रूप से काम करता रहेगा.

NPCI ने पेटीएम को दी TPAP के तौर पर काम करने की मंजूरी

भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) ने पेटीएम की पैरेंट कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस को यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) सिस्टम पर थर्ड पार्टी एप्लिकेशन प्रोवाइडर (TPAP) के तौर पर काम करने की मंजूरी दे दी. पेटीएम के साथ ऐक्सिस बैंक, एचडीएफसी बैंक, भारतीय स्टेट बैंक और येस बैंक (PSP) के तौर पर काम करेंगे.

'बिना बाधा के जारी रहेगा यूपीआई लेनदेन और ऑटोपे मैंडेट्स'

'@Paytm' हैंडल को येश बैंक पर रीडायरेक्ट किया जाएगा.  कंपनी ने गुरुवार साम को एक्सचेंज फाइलिंग में कहा कि इससे मौजूदा यूजर्स और व्यापारी बिना किसी रुकावट के यूपीआई लेनदेन और ऑटोपे मैंडेट्स को जारी रख पाएंगे. ऐसे में पेटीएम को जल्द से जल्द सभी मौजूदा यूपीआई हैंडल्स और मैंडेड्स को नए पीएसपी बैंक पर ट्रांसफर करने की सलाह दी गई है.

पेटीएम का पूरा सिस्टम PPBL पर निर्भर था

बता दें कि अब तक पेटीएम का पूरा सिस्टम PPBL पर निर्भर था. हालांकि आरबीआई ने व्यापार में भारी मात्रा में मिली गड़बड़ियों के बाद PPBL के व्यापार पर प्रतिबंध लगा दिया था और उसे 15 मार्च तक अपना व्यापार समेटने का आदेश दिया था. इसके बाद से ही पेटीएम थर्ड-पार्टी एप्लिकेशन प्रोवाइडर बनने के लिए पार्टनरशिप में प्रवेश करने की कोशिश कर रहा है.

पेटीएम ने 20 फरवरी को उपभोक्ताओं द्वारा व्यापारियों को क्यूआर कोड के माध्यम से किए गए यूपीआई भुगतान का निपटान करने के लिए अपने नोडल खातों को एक्सिस बैंक में ट्रांसफर कर दिया था, जिससे व्यापारियों को बड़ी राहत मिली. इस कदम के बाद व्यापारी को RBI की 15 मार्च की डेडलाइन के बाद भी निर्बाध रूप से भुगतान मिलता रहेगा.