UPI Payment System: मोबाइल के जरिए तुरंत पैसे भेजने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) में नए साल यानी 1 जनवरी से कुछ बड़े बदलाव हुए हैं, जिनके बारे में आपको जानना जरूरी है.
निष्क्रिय UPI IDs हमेशा के लिए हुईं बंद
नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) के निर्देश के बाद गूगल पे, फोन पे, पेटीएम और बैंक के प्लेटफॉर्म से उन यूपीआई आईडी को हटा दिया गया है जो पिछले एक साल से निष्क्रिय थीं.
5 लाख रुपए तक कर सकेंगे अधितम भुगतान
अभी तक यूपीआई से दैनिक भुगतान की अधिकतम सीमा 1 लाख रुपए थी लेकिन अब से अस्पतालों और शैक्षणिक संस्थानों के लिए दैनिक भुगतान की अधिकतम सीमा को बढ़ाकर 5 लाख रुपए किया गया है.
देशभर में यूपीआई एटीएम लगाएगा RBI
इसके अलावा भारतीय रिजर्व बैंक अब जापानी कंपनी हिटाची के साथ मिलकर देशभर में यूपीआई एटीएम लगवाएगा. इन एटीएम के जरिए यूजर केवल क्यूआर कोड स्कैन करके ही पैसा निकाल सकेंगे. इससे एटीएम से पैसा निकालना आसान और सुरक्षित होगा. क्लोनिंग जैसी घटनाओं से मुक्ति मिलेगी.
इसके अलावा किसी भी शख्स को यूपीआई से भुगतान करते समय व्यक्ति के बैंक एकाउंट में दर्ज नाम आपके मोबाइल की स्क्रीन पर दिखेगा. ऐसा इसलिए किया गया है ताकि पैसे किसी और के खाते में ट्रांसफर न हो जाएं.
इसके अलावा एक और महत्वपूर्ण बदलाव जो हुआ है वह ये कि अब यूपीआई वॉलेट और पेटीएम वॉलेट जैसे प्रीपेड पेमेंट इंस्ट्रूमेंट्स (PPIs) के जरिे किए गए 2,000 रुपए से अधिक के भुगतान पर 1 प्रतिशत की ट्रांजेक्शन फीस देनी होगी.