Diwali Shopping Tips: हिंदू धर्म के सबसे बड़े त्योहार दिवाली को लेकर बाज़ारों में रौनक दिखने लगी है. बाजार पूरी तरह से सज-धज कर तैयार है और लोगों ने खरीदारी करना भी शुरू कर दिया है. एक तरफ जहाँ बाज़ारों में रौनक है तो वही ऑनलाइन मार्किट भी गुलजार है और लोगों जमकर ऑनलाइन खरीदारी भी कर रहे हैं.
जैसे-जैसे त्यौहार नजदीक आता जाएगा, खरीदारी का आंकड़ा भी बढ़ता जाएगा. ऑनलाइन हो या ऑफलाइन शॉपिंग, त्योहारी सीजन में डिस्काउंट के चक्कर में लोग जमकर खरीदारी करते हैं और बाद में पता चलता है कि डिस्काउंट के चक्कर में जो खरीदारी हुई, वो महज पैसों की बर्बादी थी. ऐसे में अगर आपको को भी इस त्योहारी सीजन में फिजूलखर्ची से बचना है, तो कुछ तरीके जरूर आजमाएं.
त्योहारी सीजन में शॉपिंग करने से पहले आपको बजट सेट करना चाहिए. अपनी कमाई और जरुरी खर्चों के हिसाब से आप अपना बजट सेट कर सकते हैं. बजट सेट करने के बाद आपको यह भी तय कर लेना चाहिए कि कितने रुपये गिफ्ट कपड़े और मिठाइयों पर खर्च किए जाएंगे. प्लानिंग करने से आपके खर्चे पर लिमिट लग जाती है।
अकसर हम शॉपिंग करते हुए ऑफर और डिस्काउंट के चक्कर में कुछ ऐसे सामानों की भी खरीदारी कर लेते हैं, जो बाद में गैरजरूरी साबित होती है और इससे पैसे बर्बाद होते हैं. इससे बचने के लिए आपको पहले ही अपने जरुरत की चीजों की लिस्ट बना लेनी चाहिए, जिससे गैरजरूरी सामानों की खरीदारी न हो. ऑफर और डिस्काउंट के चक्कर में खरीदारी करने से बचें.
फेस्टिव सीजन में ऑनलाइन और ऑफलाइन खरीदारी में कंपनियां सेल लगाती है और प्रोडक्ट्स पर डिस्काउंट का भी ऑफर भी देती है. अगर आप जरुरत के हिसाब से लिस्ट बना चुके हैं, तो ये चेक कर सकते हैं कि खरीदारी ऑनलाइन माधयम से बेहतर होगी या ऑफलाइन. जरुरत के सामानों पर जहां अच्छी डील मिल रही है, वहां से आप खरीदारी कर पैसे बच सकते हैं.
अकसर, लोगों के पास क्रेडिट कार्ड और क्रेडिट लाइन जैसी सुविधा है, जिसकी मदद से लोग EMI पर भी खरीदारी करते हैं, लेकिन जबतक बहुत ज्यादा जरुरी न हो EMI पर प्रोडक्ट की खरीदारी से बचना चाहिए. EMI पर प्रोडक्ट की खरीदारी में ब्याज भी भरना होता है, जिससे लॉन्ग टर्म में आपको खामख्वाह ज्यादा पैसे चुकाने पड़ते हैं. जितना संभव हो सके उतना पूरा पेमेंट ही करना चाहिए.
अक्सर लोग खरीदारी के लिए बड़े दुकानों, मॉल या ऑनलाइन शॉपिंग साइट्स का रूख करते हैं, लेकिन यहां चकाचौंध के चक्कर में प्रोडक्ट्स की कीमतों पर लोग गौर नहीं करते और अक्सर ज्यादा पैसे चुका कर खरीदारी करते हैं. इसके बजाय आप लोकल मार्केट में या सस्ते ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का चुनाव करें ताकि आपकी बड़ी बचत हो सके और सामान आपको सस्ते में भी मिल जाए.