दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति एलन मस्क को टेस्ला से मिलने वाला 1 ट्रिलियन डॉलर का पे पैकेज फिलहाल चर्चा में है. यह अब तक की सबसे बड़ी कॉर्पोरेट भुगतान योजना मानी जा रही है, लेकिन इसमें कई कड़े शर्तें भी हैं.
मस्क को यह राशि तभी मिलेगी जब टेस्ला अगले दस वर्षों में कुछ खास वित्तीय और ग्रोथ लक्ष्यों को पूरा करेगा. इन लक्ष्यों को पूरा करने के लिए कंपनी को अभूतपूर्व प्रदर्शन करना होगा, जिसे खुद मस्क ने भी चुनौतीपूर्ण बताया है.
एलन मस्क ने अपने पे पैकेज को “टॉल ऑर्डर” बताते हुए कहा कि यह लक्ष्य हासिल करना आसान नहीं होगा. उन्होंने सोशल मीडिया पर कहा, “कोई भी टेस्ला का स्टॉक खरीद सकता है और इस सफर का हिस्सा बन सकता है. राह में उतार-चढ़ाव आएंगे, लेकिन कड़ी मेहनत से यह संभव है.” मस्क की इस टिप्पणी ने निवेशकों के बीच नया उत्साह और उम्मीद दोनों बढ़ा दी है.
रिवियन के सीनियर डायरेक्टर फिल बीज़ेल ने मस्क की 2025 योजना को “फाइनल बॉस लेवल” बताया. उनके मुताबिक मस्क को टेस्ला का EBITDA 400 अरब डॉलर तक पहुंचाना होगा, जो दुनिया की किसी भी कंपनी के लिए ऐतिहासिक स्तर है. तुलना में, सऊदी अरामको का 2022 में EBITDA करीब 238 अरब डॉलर था — यानी मस्क का लक्ष्य लगभग दोगुना है.
मस्क का 1 ट्रिलियन डॉलर पैकेज 12 अलग-अलग स्टॉक ग्रांट्स में बंटा है. हर ग्रांट तभी मिलेगा जब कंपनी कुछ तय लक्ष्यों तक पहुंचेगी. इसमें मार्केट कैप को मौजूदा 1.5 ट्रिलियन डॉलर से बढ़ाकर 8.5 ट्रिलियन डॉलर करना शामिल है. साथ ही रेवेन्यू और मुनाफे में भी बड़े स्तर पर सुधार जरूरी होगा.
टेस्ला बोर्ड ने कहा कि इतना बड़ा पैकेज मस्क को कंपनी से जोड़े रखने के लिए जरूरी है. बोर्ड का तर्क है कि यदि यह प्लान पास नहीं होता, तो मस्क का ध्यान AI और रोबोटिक्स जैसे दूसरे प्रोजेक्ट्स की ओर शिफ्ट हो सकता था. इसलिए यह डील कंपनी के दीर्घकालिक भविष्य को सुरक्षित करने की दिशा में एक रणनीतिक कदम है.
शेयरहोल्डर्स के बीच इस डील को लेकर राय बंटी हुई है. कुछ इसे मस्क के नेतृत्व पर भरोसा मानते हैं, जबकि अन्य इसे “अत्यधिक महत्वाकांक्षी” कह रहे हैं. बावजूद इसके, बाजार में टेस्ला के शेयरों में हल्की बढ़त दर्ज की गई, जो मस्क के विज़न पर निवेशकों के भरोसे को दर्शाती है.