Kashipur Controversy: ‘आई लव मोहम्मद’ नारे मामले में बवाल से दहला काशीपुर, बुलडोजर एक्शन से डर कर भागे लोग

Kashipur Controversy: काशीपुर के अल्ली खां मोहल्ले में 'आई लव मोहम्मद' नारे और जुलूस के बाद भड़के बवाल पर प्रशासन सख्त हो गया है. पुलिस ने 500 अज्ञात और कई नामजद उपद्रवियों पर केस दर्ज किया है, वहीं नगर निगम ने 200 अतिक्रमण गिराए हैं. बुलडोजर एक्शन की दहशत से 100 से ज्यादा लोग अंडरग्राउंड हो गए हैं.

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Babli Rautela

Kashipur Controversy: रविवार रात काशीपुर के अल्ली खां मोहल्ले में बिना अनुमति 'आई लव मोहम्मद' के नारे लगाते हुए जुलूस निकाला गया. देखते ही देखते स्थिति बिगड़ गई और बवाल के साथ पुलिस पर हमला कर दिया गया. इसके बाद प्रशासन ने कड़ा कदम उठाते हुए इलाके में धारा 163 लागू कर दी और उपद्रवियों पर शिकंजा कसना शुरू किया.

पुलिस ने इस मामले में तीन नामजद और 500 अज्ञात उपद्रवियों के खिलाफ केस दर्ज किया है. सीसीटीवी और वीडियो फुटेज खंगालकर 12 उपद्रवियों की पहचान की गई, जिनमें से सात गिरफ्तार हो चुके हैं. मुख्य आरोपी सपा नेता नदीम अख्तर को जेल भेजा जा चुका है, जबकि पांच आरोपी अभी भी फरार हैं.

बुलडोजर की गड़गड़ाहट

बवाल के बाद प्रशासन और नगर निगम ने आरोपियों पर बुलडोजर एक्शन शुरू किया है. अब तक 200 अतिक्रमण गिराए जा चुके हैं. नगर निगम की टीम आरोपियों के घरों के कागजात और खसरा-खतौनी चेक कर रही है. जिनके दस्तावेज संदिग्ध पाए गए, वहां तुरंत कार्रवाई की जा रही है. डर के माहौल का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि मंगलवार को 60 लोगों ने खुद ही अपने अतिक्रमण ढहा दिए.

100 से ज्यादा लोग अंडरग्राउंड

इलाके में बुलडोजर एक्शन और गिरफ्तारी के डर से 100 से ज्यादा लोग अपने घर छोड़कर फरार हो गए हैं. अल्ली खां, नई बस्ती और जसपुर खुर्द में कई घरों में सिर्फ महिलाएं नजर आ रही हैं. सूत्रों का कहना है कि आरोपी रामपुर, मुरादाबाद और बिजनौर में छिपे हुए हैं. पुलिस लगातार दबिश दे रही है.

मोहल्ले में वन विभाग ने भी बड़ी कार्रवाई की. एसडीओ जसपुर के नेतृत्व में हुई छापेमारी में खैर लकड़ी और सोख्ता समेत करीब 15 कुंटल अवैध सामग्री बरामद हुई. छापे में कई अधिकारियों और सुरक्षा दल के जवान शामिल रहे. कार्रवाई के दौरान खाद्य विभाग ने भी क्षेत्र में राशन कार्डों की जांच की. तीन दिन में 401 राशन कार्डों का सत्यापन हुआ, जिसमें से 83 अपात्र पाए गए. इनका निरस्तीकरण कर दिया गया है. विभागीय अधिकारियों के अनुसार, आगे भी सत्यापन अभियान जारी रहेगा.