Haldwani News: उत्तराखंड के नैनीताल जिले के हल्द्वानी में 10 साल के अमित मौर्या की नृशंस हत्या के मामले में पुलिस ने पांच दिन बाद बड़ा खुलासा किया है. काठगोदाम थाना क्षेत्र के गौलापार निवासी खूबकरन मौर्या ने 4 अगस्त 2025 को अपने बेटे अमित के लापता होने की शिकायत दर्ज की थी. अगले दिन, 5 अगस्त को पुलिस ने पड़ोसी मोहन चंद्र जोशी के बाड़े से प्लास्टिक के कट्टे में अमित का सिर और दाहिना हाथ कटा शव बरामद किया. अब पुलिस ने इस हत्याकांड के मुख्य आरोपी, 38 साल के निखिल जोशी को गिरफ्तार कर लिया है.
पुलिस ने इस अपराध को सुलझाने के लिए स्पेशल सर्च टीम का गठन किया, जिसमें एसपी सिटी हल्द्वानी प्रकाश चंद, एसपी क्राइम डॉ. जगदीश चंद्रा, क्षेत्राधिकारी हल्द्वानी नितिन लोहनी, क्षेत्राधिकारी भवाली प्रमोद शाह और क्षेत्राधिकारी रामनगर सुमित पांडे शामिल थे. जांच में डॉग स्क्वॉड, ड्रोन कैमरा और फॉरेंसिक साइंस लैबोरेटरी (एफएसएल) की टीम की सहायता ली गई.
आरोपी निखिल जोशी ने शुरुआत में तांत्रिक अनुष्ठानों का हवाला देकर पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की. उसकी जटिल मानसिक स्थिति और बार-बार कहानी बदलने की प्रवृत्ति को देखते हुए, पुलिस ने मनोचिकित्सक डॉ. युवराज पंत की एक्सपर्ट सहायता ली. तीन दिन की गहन काउंसलिंग के बाद, निखिल ने शुक्रवार देर रात हत्या की बात कबूल की और शव के बाकी हिस्सों की लोकेशन बताई.
पुलिस ने निखिल की निशानदेही पर उसी बाड़े से अमित की चप्पल, कटा हुआ सिर और दाहिना हाथ बरामद किया, जहां शव पहले मिला था. निखिल ने कबूल किया कि उसने शव को गड्ढे में दबाया और सिर व हाथ को कबाड़ के नीचे छिपाया. पुलिस ने इन अंगों को बरामद कर लिया और आरोपी को न्यायालय में पेश करने की तैयारी कर रही है.
पूछताछ में निखिल ने बताया कि उसने अमित को घिनौनी मंशा के साथ अपने पास बुलाया था. जब बच्चे ने इसका विरोध किया, तो उसने बेरहमी से गला दबाकर उसकी हत्या कर दी. वारदात को छिपाने के लिए उसने सिर और दाहिना हाथ काटकर अलग किया और जल्दबाजी में शव को अपने ही बाड़े में दफना दिया. इस क्रूर कृत्य ने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी.