Mansadevi Temple Accident: उत्तराखंड के पवित्र तीर्थस्थल हरिद्वार में रविवार को मनसा देवी मंदिर में हुई भगदड़ में अब तक 8 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है, जबकि 30 से अधिक लोग घायल हुए हैं. यह दर्दनाक हादसा उस समय हुआ जब सैकड़ों श्रद्धालु मनसा देवी मंदिर में दर्शन के लिए एकत्र हुए थे. मंदिर शिवालिक की पहाड़ियों पर स्थित है और रविवार होने के कारण भीड़ अत्यधिक थी.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक घटना रविवार सुबह करीब 9 बजे हुई, जब श्रद्धालु सीढ़ियों से होते हुए मंदिर की ओर बढ़ रहे थे. तभी भीड़ में यह अफवाह फैल गई कि किसी टूटे हुए तार में करंट दौड़ रहा है. इस सूचना से लोगों में घबराहट फैल गई और भगदड़ मच गई. महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग मंदिर की संकरी सीढ़ियों पर एक-दूसरे को धकेलते हुए भागने लगे.
Deeply saddened by the loss of lives due to a stampede on the route to Mansa Devi Temple in Haridwar, Uttarakhand. Condolences to those who lost their loved ones. May the injured recover soon. The local administration is assisting those affected: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) July 27, 2025
हरिद्वार के जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने बताया कि मृतकों की पहचान हो गई है. मृतकों में 12 वर्षीय आरुष, 18 वर्षीय विपिन सैनी, शकल देव, विक्की और विशाल, 43 वर्षीय वकील, 60 वर्षीय शांति और 65 वर्षीय राम भरोसे शामिल हैं. ये सभी उत्तर प्रदेश, बिहार और उत्तराखंड से आए हुए श्रद्धालु थे.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अस्पताल में घायलों से मुलाकात की और सरकार की ओर से हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया. साथ ही उन्होंने इस हादसे की जांच के सख्त आदेश दिए हैं. उन्होंने कहा कि जो लोग अफवाह फैलाने के दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
अतिरिक्त जिलाधिकारी को जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई है और उन्हें 15 दिन में रिपोर्ट सौंपनी होगी. रिपोर्ट में भविष्य में ऐसे हादसों को रोकने के लिए सुझाव भी मांगे गए हैं. मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों को ₹2 लाख और घायलों को ₹50,000 की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है.
मनसा देवी मंदिर हरिद्वार के पंच तीर्थों में से एक है और यहां विशेष रूप से सावन और सोमवार के दिन भारी भीड़ उमड़ती है. यह हादसा मंदिर प्रबंधन और सुरक्षा इंतजामों पर भी सवाल खड़े करता है.