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India Daily

Haridwar Stampede: सीएम धामी ने मनसा देवी हादसे के मजिस्ट्रेट जांच के दिए आदेश, मृतकों के परिजनों को मिलेंगे 2 लाख रुपये

हरिद्वार के मनसा देवी मंदिर मार्ग पर रविवार को भगदड़ में 6 श्रद्धालुओं की मौत हो गई और कई घायल हो गए. भीड़ में करंट फैलने की अफवाह से मची अफरा-तफरी में हादसा हुआ. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घटना पर दुख जताया और राहत कार्य तेज करने के निर्देश दिए.

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Edited By: Princy Sharma
Mansa Devi Temple Stampede
Courtesy: Social Media

Mansa Devi Temple Stampede: हरिद्वार में मनसा देवी मंदिर के पास रविवार को हुई भगदड़ की घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया है. इस दर्दनाक हादसे में 6 श्रद्धालुओं की मौत हो गई और जबकि बड़ी संख्या में लोग घायल हुए हैं. दर्दनाक हादसे में 6 साल के बच्चे की भी जान चले गई. यह हादसा उस समय हुआ जब मंदिर के रास्ते में भीड़ बहुत ज्यादा हो गई और अचानक करंट फैलने की अफवाह से अफरा-तफरी मच गई. 

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी हादसे को लेकर बेहद दुखी नजर आए. उन्होंने कहा, 'यह खबर अत्यंत पीड़ादायक है. राज्य की पुलिस, एसडीआरएफ और अन्य बचाव दल तुरंत मौके पर पहुंचे और राहत कार्य में जुटे हुए हैं.' उन्होंने हादसे में मारे गए लोगों के लिए शोक व्यक्त करते हुए ईश्वर से प्रार्थना की कि पीड़ित परिवारों को यह दुख सहने की शक्ति मिले.

मुआवजे का ऐलान

सीएम धामी ने मृतकों के परिजनों को 2 लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया है. इसके साथ ही उन्होंने मामले की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश भी दिए हैं.

मृतकों की पहचान:

1- वकील (450)
2- आरुष (6) रामपुर मुरादाबाद
3- विशाल (19)
4- विपिन (18)
5- शांति (60)
6- रामभरोसे (65)
7- अज्ञात (19)
8- विक्की (25)

पीएम मोदी ने जताया गहरा शोक

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हादसे पर गहरा शोक जताया है. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ (पहले ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट की और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की. पीएमओ की ओर से बताया गया कि स्थानीय प्रशासन लगातार राहत और बचाव कार्य में लगा हुआ है.

हरिद्वार में सावन के महीने में लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं, खासकर हर की पौड़ी और मनसा देवी मंदिर में दर्शन के लिए भीड़ उमड़ती है. प्रशासन का कहना है कि स्थिति पर नजर रखी जा रही है और राहत कार्य अब भी जारी है.