देहरादून के बोर्डिंग स्कूल में ऑटिस्टिक भाइयों पर हमला किया गया है. उनकी मां द्वारा पुलिस में दर्ज कराई गई शिकायत के अनुसार, देहरादून में अवैध रूप से संचालित एक बोर्डिंग स्कूल में नौ और 13 वर्षीय दो ऑटिस्टिक भाइयों के साथ यौन उत्पीड़न किया गया तथा उन्हें गंभीर शारीरिक और मानसिक यातना दी गई.
घटना के सिलसिले में 29 वर्षीय छात्रावास के केयरटेकर को गिरफ्तार कर लिया गया है और यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण (पोक्सो) अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. मां ने हाल ही में अपने पति की मृत्यु के बाद अपने बेटों का दाखिला करवाया था, क्योंकि उसे अपनी नौकरी संभालना और अपने ऑटिस्टिक बच्चों की देखभाल करना मुश्किल लग रहा था. उसे ऑनलाइन सर्च के ज़रिए पेंसिल बॉक्स नामक स्कूल के बारे में पता चला था.
बच्चों के साथ छेड़छाड़
बच्चों ने उन्हें बताया कि केयरटेकर उन्हें लोहे की रॉड से पीटता है, सिगरेट से जलाता है और उनके साथ छेड़छाड़ करता है. इसके बाद मां ने स्कूल प्रशासन के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद आरोपी हॉस्टल केयरटेकर सोनू को गिरफ्तार कर लिया गया. राज्य बाल अधिकार आयोग ने भी मामले में हस्तक्षेप करते हुए बच्चों से बात कर विस्तृत जानकारी प्राप्त की तथा बताया कि विशेष स्कूल बिना उचित अनुमति के चल रहा था.
बोर्डिंग स्कूल को बंद कराया गया
आयोग की अध्यक्ष गीता खन्ना ने कहा, एक महिला विकलांग व्यक्तियों के लिए एक विशेष स्कूल चला रही थी और सबसे पहली बात तो यह कि उसके पास ऐसी सुविधा संचालित करने के लिए आवश्यक अनुमति नहीं थी. हाल ही में उन्होंने आरोपी सोनू को काम पर रखा, लेकिन उसका पुलिस सत्यापन नहीं हुआ था और हमें कोई नियुक्ति पत्र भी नहीं मिला. यौन उत्पीड़न के आरोपों से अन्य अनियमितताएं उजागर हुईं, जिसके परिणामस्वरूप अवैध रूप से संचालित बोर्डिंग स्कूल को बंद कर दिया गया.