कानपुर में एक महिला ने देवर के साथ मिलकर अपने ही पति की हत्या कर दी. इसके बाद हाथ-पैर बांधकर लाश को तालाब में फेंक दिया. दरअसल पति ने महिला को देवर के साथ आपत्तिजनक हालत में देख लिया था. बात बाहर आने के डर से हत्या कर दोनों मर्डर करने के बाद बागेश्वर धाम आश्रम में सेवादार बनकर छिप गए. यहां वे दोनों करीब 6 महीने तक छिपे रहे. उनको लगा कि अब पुलिस का ध्यान केस से हट गया होगा. अब कोई डर नहीं है लेकिन पुलिस ने उनका नंबर सर्विलांस पर लगा रखा था. जैसे ही उन्होंने मोबाइल एक्टिव किया, बिधनू पुलिस ने दोनों को अरेस्ट कर लिया। दोनों को जेल भेज दिया गया.
24 अप्रैल, 2024 की रात पूनम ने देवर मनोज के साथ मिलकर पति दिनेश को चाकुओं से गोद दिया.इसके बाद दिनेश के शव के हाथ-पैर बांधकर गांव के एक तालाब में फेंक दिया था.26 अप्रैल को जब शव तालाब में उतरने लगा, तो मनोज फिर उसे दबाने की कोशिश करने लगा. इस दौरान मनोज को ऐसा करता देख गांव के कुछ लोगों में देख लिया जिसके बाद इस घटना की सूचना पुलिस को दी गई. इसके बाद मनोज पूनम को गांव छोड़कर भाग गए. वहीं मृतक के छोटे भाई अशनी ने बिधनू थाने में अपनी भाभी पूनम और भाई मनोज पर हत्या का शक जताते हुए FIR दर्ज कराई थी.
कानपुर, यूपी में पूनम उर्फ गुड़िया का देवर मनोज से अफेयर था। 24 अप्रैल को मनोज ने भाई दिनेश अवस्थी को चाकुओं से गोद दिया। लाश तालाब में फेंक दी। दोनों भागकर MP में धीरेन्द्र शास्त्री के बागेश्वर धाम पहुंच गए, सेवादार बनकर रहने लगे। UP पुलिस ने बागेश्वर धाम से दोनों पकड़े। pic.twitter.com/jAEKFfFtiz
— Sachin Gupta (@SachinGuptaUP) November 11, 2024
दरअसल पुलिस मनोज और पूनम की तलाश में लगी थी, लखीमपुर खीरी और सीतापुर समेत कई ठिकानों पर उन्होंने दबिश भी दी लेकिन उनका कोई सुराग नहीं मिला. इस बीच जब मनोज और गुड़िया का मोबाइल खुला तो लोकेशन मध्यप्रदेश की निकली. इसके बाद पुलिस तुरंत एक्टिव हो गई.पुलिस ने मध्यप्रदेश के बागेश्वर धाम आश्रम में दबिश देकर शनिवार शाम मनोज और पूनम को अरेस्ट कर लिया.हत्याकांड के बाद दोनों बागेश्वर धाम आश्रम में सेवादार बनकर छिपे हुए थे. अब पुलिस ने दोनों को अरेस्ट कर जेल भेज दिया है.