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India Daily

अंधविश्वास की हद! तांत्रिक के कहने पर दादा ने ली पोते की जान, आरी से टुकड़े-टुकड़े कर फेंका शव

प्रयागराज में 11वीं के छात्र पीयूष की हत्या ने सभी को झकझोर दिया. अंधविश्वास और काले जादू के चक्कर में उसके ही रिश्तेदार दादा शरण सिंह ने उसकी बेरहमी से हत्या कर दी. शव के टुकड़े बोरे में मिले. पुलिस ने 24 घंटे में इस सनसनीखेज मामले का खुलासा कर दिया.

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Edited By: Princy Sharma
Piyush Murder Case
Courtesy: Social Media

Piyush Murder Case: प्रयागराज शहर को दहला देने वाली एक खौफनाक वारदात सामने आई है . यहां 11वीं के छात्र पीयूष उर्फ यश की बेरहमी से हत्या कर दी गई और इसका कारण था अंधविश्वास और काला जादू . इस जघन्य अपराध को किसी बाहरी ने नहीं , बल्कि पीयूष के ही रिश्ते के दादा , शरण सिंह ने अंजाम दिया 

यह दिल दहला देने वाला मामला 26 अगस्त का है . पीयूष अपनी दादी के घर से स्कूल के लिए निकला था , लेकिन वह रहस्यमय तरीके से गायब हो गया . दोपहर में उसके परिवार को खबर मिली कि एक बोरे में इंसानी धड़ मिला है , जिसने उनके पैरों तले से जमीन खिसका दी. यह धड़ पीयूष का ही था. पुलिस ने तुरंत कार्रवाई शुरू की और 24 घंटे के अंदर ही इस हत्याकांड का खुलासा कर दिया .

सीसीटीवी से खुला राज

पुलिस ने घटनास्थल के आसपास के 200 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगाले . एक स्कूटी पर उनकी नजर गई , जो कि प्रॉपर्टी डीलर शरण सिंह की थी , जो रिश्ते में पीयूष का चचेरा दादा था . जब पुलिस ने उससे पूछताछ की , तो उसने एक ऐसा सच बताया जिसने सभी को हैरान कर दिया . शरण सिंह ने कबूल किया कि उसने ही पीयूष की हत्या की है .

दोहरी त्रासदी ने बनाया कातिल

शरण सिंह की बेटी और बेटे ने कुछ समय पहले आत्महत्या कर ली थी . इस दोहरी त्रासदी से टूटकर वह मान बैठा था कि उसके परिवार पर किसी ने काला जादू किया है . इसी दौरान वह तांत्रिक मुन्ना लाल के संपर्क में आया . तांत्रिक ने उसे यकीन दिलाया कि इस 'काले साये' से छुटकारा पाने के लिए उसे अपने ही किसी रिश्तेदार के बच्चे की बलि देनी होगी . शरण को शक था कि उसकी भाभी पीयूष की दादी ने ही उस पर टोना-टोटका किया है . अंधविश्वास की आग में जलकर उसने मासूम पीयूष को ही अपना शिकार बना लिया .

मंदिर में दी बलि 

26 अगस्त को शरण सिंह ने पीयूष को अपने घर बुलाया . पहले से ही पूजा घर में नरबलि की सारी तैयारियां कर रखी थीं . यहां उसने पीयूष पर पीछे से वार किया, उसे बेहोश किया और फिर तकिए से उसका दम घोंट दिया . इतना ही नहीं , उसने आरी से पीयूष के शव के टुकड़े-टुकड़े कर दिए और लाश के हिस्सों को अलग-अलग जगहों पर फेंक दिया . धड़ इंडस्ट्रियल एरिया में मिला, जबकि सिर और हाथ-पांव रसूलपुर और अतारसुइया में फेंके गए . पुलिस ने शरण सिंह की निशानदेही पर बाकी अंग भी बरामद कर लिए हैं . 

तांत्रिक भी गिरफ्तार

पुलिस ने इस जघन्य अपराध के लिए उकसाने वाले तांत्रिक मुन्ना लाल को भी गिरफ्तार कर लिया है . मुन्ना ने ही शरण सिंह को 'नरबलि' का आइडिया दिया था . यह घटना दिखाती है कि कैसे अंधविश्वास और काले जादू का जुनून रिश्तों और मानवता की बलि ले सकता है . इस मामले ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है .