Noida: थाना सेक्टर-20 पुलिस ने एक लूट की घटना का खुलासा करते हुए 5 महिलाओं समेत कुल 7 लोगों को गिरफ्तार किया है. इनके कब्जे से लूट के 1 लाख 45 हजार रुपये भी बरामद हुए हैं.
डीसीपी नोएडा रामबदन सिंह ने बताया कि सोमवार को थाना सेक्टर-20 पुलिस ने सेक्टर-30 में हुई लूट की घटना का खुलासा किया है. इस मामले में कुल 7 लोगों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार होने वाले अभियुक्तों में तबरेज पुत्र मो. अयाज, दानिश पुत्र मो. अयाज, शबनम पत्नी मो. अयाज, सना पुत्री मो. अयाज, हीना उर्फ हुस्नारा पुत्री मो. अयाज, सहरीन उर्फ किन्जा पुत्री मो. अयाज और रविना पत्नी सद्दाम को थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया है.
डीसीपी ने बताया कि अभियुक्तों की निशांदेही पर कुल 1 लाख 45 हजार रुपये बरामद किए गए हैं. इस तरह से इस मामले में लूटे गये शत प्रतिशत कुल 3 लाख 50 हजार रुपयों की बरामदगी की जा चुकी है.
लूट के बाद सबमें बंटते थे पैसे
डीसीपी ने बताया कि लूट के बाद ये पैसे पूरे परिवार में बंटे थे. ये बात आज अभियुक्तगण द्वारा पूछताछ के दौरान स्वीकार किया. इन लोगों ने बताया कि यह रुपये अनस व एजाज ने हमें खर्च करने के लिये दिये थे और बताया था कि यह हम सेक्टर-30 से लूट करके लाये थे. इस बात की हमको जानकारी थी.
जनपद की सीमा के आसपास ही ठिकाना बनाता है ये गैंग
पुलिस सूत्रों से जानकारी मिली है कि ये लुटेरी फैमिली जनपद की सीमा के आसपास और टुकड़ों में अलग अलग रहती है. बॉर्डर के आसपास रहने के पीछे इनका मकसद होता था कि जनपद की सीमा पार करके पुलिस से बचा जा सके. यही नहीं ये लुटेरी फैमिली लूट के तुरंत बाद ही पैसे को पूरी फैमिली में बांट देती थी.
मुंबई तक फैला है इस फैमिली का जाल
पुलिस ने बताया कि इस फैमिली के कुछ सदस्य मुंबई में रहते हैं. दिखाने के लिए सभी अपना अपना काम करते हैं, लेकिन वास्तविक काम लूटपाट ही है, एक घटना के बाद इनके सदस्य अपनी लोकेशन बदल लेते हैं.
घटना वाली जगह मोबाइल नहीं ले जाता ये गैंग
ये फैमिली पूरी तरह सतर्क होकर घटना को अंजाम देता था. पुलिस ने बताया कि घटनास्थल पर यह गैंग मोबाइल नहीं ले जाता था, जिससे कि सर्विलांस आदि से इनकी पकड़ न हो सके और घटना के समय इनकी लोकेशन इनके घर पर ही आए.