Milkipur Bypoll 2025 Election Date: चुनाव आयोग ने 7 नवरी को दिल्ली विधानसभा की तारीखों का ऐलान करने के साथ उत्तर प्रदेश की मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव के लिए भी तारीख का ऐलान कर दिया है. अयोध्या की सबसे चर्चित सीटों में से एक मिल्कीपुध सपा सांसद अवधेश प्रसाद के लोकसभा चुनाव में जीत हासिल करने के बाद खाली हुई थी. वह अयोध्या की फैजबाद सीट से सांसद चुने गए थे. मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव के लिए 5 फरवरी को मतदान होगा. वहीं, 8 फरवरी को उपचुनाव के नतीजे आएंगे. इस सीट पर सभी की नजरें इसलिए टिकी हुई हैं क्योंकि एक तरफ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद इस प्रतिष्ठित सीट की कमान संभाली हुई है. वहीं, दूसरी तरफ सपा ने भी अपने सभी पेंच कस लिए हैं. लोकसभा चुनाव में फैजाबाद सीट से बीजेपी को करारी हार का सामना करना पड़ा था. ऐसे में सवाल यह भी उठ रहा है कि क्या योगी आदित्यानाथ अपनी हार का बदला ले पाएंगे? या फिर इस बार भी मिल्कीपुर में साइकल चलेगी.
अयोध्या की मिल्कीपुर सीट पर जीत हासिल कर पाना बीजेपी के लिए आसान नहीं होने वाला है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ ने अपने प्रमुख मंत्रियों को मिशन मिल्कीपुर के काम पर लगा रखा है. प्रभारी मंत्री सूर्य प्रताप शाही, खेल मंत्री गिरीशचंद्र यादव, स्वास्थ्य राज्यमंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह, आयुष मंत्री दयाशंकर मिश्र दयालु, सतीश चंद्र शर्मा, जल शक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह और जेपीएस राठौर मिल्कीपुर विधानसभा के अंतर्गत आने वाले अलग-अलग वर्ग को साधने में जुटे हुए हैं. बीजेपी के मंत्री बूथ स्तर पर जाकर बैठकें कर रहे हैं. वोट बैंक को साधने की कोशिश में लगे हुए हैं.
मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर जीत हासिल करना मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की नाक का सवाल जैसा बन गई है. इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि एक ओर प्रयागराज में 13 जनवरी से शुरू होने वाले महाकुंभ की तौयारियों के बीच सीएम योगी 7 जनवरी को पांचवी बार मिल्कीपुर विधानसभा का दौर कर रहे हैं.
एक ओर सीएम योगी आदित्यनाथ तो दूसरी ओर अखिलेश यादव किसी भी हाल में मिल्कीपुर सीट को गंवाना नहीं चाहते हैं. अवधेश प्रसाद के सांसद बनने के बाद इस सीट पर हो रहे उपचुना में फिर से जीत हासिल करके सपा अपनी जीत को बरकरार रखना चाहती है. नवंबर में यूपी की 9 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हुए थे लेकिन कोर्ट में मिल्कीपुर का मामला विचाराधीन था इसलिए यहां उपचुनाव नहीं हो सके थे. 9 सीटों में से बीजेपी ने 6 और उसकी सहयोगी ने एक सीट पर जीत हासिल की थी. यानी 9 में 7 सीटें एनडीए के खाते में गई थी, जबकि अखिलेश यादव की सपा को 2 सीटों पर ही संतोष करना पड़ा था.
मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव के लिए अभी बीजेपी की ओर से उम्मीदवार का ऐलान नहीं किया गया है. लेकिन सपा ने इस सीट से अजीत प्रसाद को चुनावी मैदान में उथारा था. अजीत प्रसाद फैजाबाद सीट से संसद पहुंचने वाले अवधेश प्रसाद के बेटे हैं. यानी पहले पिता ने फैजाबाद सीट जीतकर बीजेपी को हराया. क्या अब बेटा मिल्कीपर उपचुनाव जीतकर एक बार फिर से बीजेपी के जख्मों पर नमक छिड़कने में कामयाब रहेगा? वहीं, बीजेपी फैजाबाद हार का बदला लेकर अपना हिसाब पूरा करना चाहेगाी.