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India Daily

कांवड़ यात्रा मार्ग पर नहीं खुलेगी मीट की दुकान, व्यवसायियों को दुकान के आगे लिखना होगा नाम, CM योगी ने अधिकारियों को दिए सख्त निर्देश

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगामी कांवड़ यात्रा को लेकर गुरुवार को महत्वपूर्ण और सख्त निर्देश जारी किए. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि कांवड़ यात्रा मार्ग पर मांस की खुली बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया जाए.

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Edited By: Garima Singh
Kanwar Yatra
Courtesy: x

Yogi Adityanath: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगामी कांवड़ यात्रा को लेकर गुरुवार को महत्वपूर्ण और सख्त निर्देश जारी किए. इस वार्षिक धार्मिक यात्रा के दौरान कानून-व्यवस्था को बनाए रखने और श्रद्धालुओं की भावनाओं का सम्मान करने पर विशेष ध्यान देने की बात कही गई. यह यात्रा, जो लाखों हिंदू भक्तों के लिए आस्था का प्रतीक है, हर वर्ष सावन मास में आयोजित होती है.

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि कांवड़ यात्रा मार्ग पर मांस की खुली बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया जाए. इसके साथ ही, सभी दुकानदारों को अपने प्रतिष्ठानों पर अपना नाम और व्यवसाय का विवरण स्पष्ट रूप से प्रदर्शित करना अनिवार्य होगा. यह नियम पिछले वर्षों की तरह इस बार भी लागू रहेगा. योगी ने कहा कि यह कदम श्रद्धालुओं की धार्मिक भावनाओं का सम्मान करने के लिए उठाया गया है. उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि इस यात्रा में बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल होंगे, और असामाजिक तत्वों के छद्म रूप में घुसपैठ की आशंका को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था को अत्यंत पुख्ता करना होगा. सीएम ने अधिकारियों को आदेश दिया कि किसी भी प्रकार की बाधा को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जाएं.

राजनीतिक प्रतिक्रियाएं और विवाद

इन निर्देशों पर राजनीतिक दलों की ओर से तीखी प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं. समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता फखरुल हसन चांद ने इन नियमों की व्यावहारिकता और निष्पक्षता पर सवाल उठाए. उन्होंने छोटे विक्रेताओं और दैनिक वेतन भोगियों के आजीविका पर पड़ने वाले प्रभाव पर चिंता जताई. चांद ने कहा, "अगर सभी दुकानें बंद हो जाएँ तो जो लोग रोज़ाना कमाकर अपने परिवार का भरण-पोषण करते हैं, वे कैसे ज़िंदा रहेंगे?" उन्होंने आगे जोड़ा कि यदि नाम-प्रदर्शन का नियम लागू करना है, तो इसे सभी समुदायों पर समान रूप से लागू करना चाहिए, न कि किसी विशेष समुदाय को लक्षित करके.

सरकार का समर्थन और तर्क

उत्तर प्रदेश के मंत्री जयवीर सिंह ने मुख्यमंत्री के निर्देशों का समर्थन करते हुए कहा, "कांवड़ यात्रा एक हिंदू धार्मिक तीर्थयात्रा है. ऐसे महत्वपूर्ण आयोजन के दौरान दुकानों पर नाम लिखने पर कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए. चूंकि यात्रा धार्मिक भावनाओं से जुड़ी है, इसलिए मीट की दुकानें बंद रहनी चाहिए. नाम छिपाने से कोई फायदा नहीं है, इसलिए सभी को नाम स्पष्ट रूप से प्रदर्शित करने के निर्देश जारी किए गए हैं." उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यह कदम यात्रा की पवित्रता को बनाए रखने के लिए आवश्यक है.

कांग्रेस की प्रतिक्रिया और सुप्रीम कोर्ट की याद

कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कांवड़ यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा के महत्व को स्वीकार किया, लेकिन साथ ही सरकार को कानूनी दायरे में रहने की सलाह दी. तिवारी ने कहा, "कांवड़ यात्रियों को निश्चित रूप से अधिक सुविधाएं और सुरक्षा प्रदान की जानी चाहिए. लेकिन यूपी सरकार को ऐसे मामलों पर सुप्रीम कोर्ट के दिशा-निर्देशों और उसके स्पष्ट निर्देशों को भी याद रखना चाहिए. योगी आदित्यनाथ एक अनुभवी मुख्यमंत्री हैं, उन्होंने लगभग आठ वर्षों तक पद संभाला है और उन्हें निश्चित रूप से पता होगा कि सुप्रीम कोर्ट सर्वोच्च है."