Mathura: सोमवार शाम वृंदावन स्थित बांके बिहारी मंदिर में दर्शन के लिए पहुंचे कृपाल सिंह जैसे ही गेट नंबर 4 से बाहर निकले, अचानक बेहोश होकर गिर पड़े. मौके पर मौजूद सुरक्षा कर्मियों और सेवादारों ने तुरंत उन्हें संभाला और एंबुलेंस बुलाकर पास के अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. वहां मौजूद लोगों के मुताबिक, भीड़ के बीच कृपाल सिंह अचानक लड़खड़ाए और फिर नीचे गिर पड़े. मौके पर मौजूद श्रद्धालुओं ने पुलिस को सूचना दी और सहायता के लिए आगे आए.
मंदिर प्रशासन ने बताया कि यह पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हो गई है. वीडियो फुटेज में साफ दिख रहा है कि भीड़भाड़ के बीच कृपाल सिंह कुछ सेकंड तक लड़खड़ाने के बाद जमीन पर गिर जाते हैं. आसपास मौजूद भक्त उन्हें उठाने की कोशिश करते हैं और मंदिर कर्मी तत्काल पुलिस व मेडिकल टीम को सूचना देते हैं.
मृतक की पहचान मेरठ जिले के मवाना थाना क्षेत्र के निलोहा गांव निवासी कृपाल सिंह (56 वर्ष) के रूप में हुई है. वह सोमवार को परिवार के साथ वृंदावन बांके बिहारी मंदिर में दर्शन करने पहुंचे थे. परिवार के सदस्य अवधपाल सिंह ने बताया कि, 'मंदिर में भीड़ बहुत ज्यादा थी. जैसे ही हम दर्शन कर बाहर निकले, दम घुटने से भाई की हालत बिगड़ गई और वो गिर पड़े.' परिवार ने आरोप लगाया कि भीड़ और उमस भरे माहौल के कारण उन्हें सांस लेने में परेशानी हुई, जिससे उनकी मौत हो गई.
मथुरा के बांके बिहारी मंदिर में श्रद्धालु को अचानक आया हार्ट अटैक, वीडियो में देखें दर्शन करने के बाद कैसे तोड़ा दम pic.twitter.com/f5hRxPhRbO
— Hemraj Singh Chauhan (@JournoHemraj) October 16, 2025
घटना की पुष्टि करते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार ने कहा, 'मंदिर के गेट नंबर 4 से बाहर निकलते समय श्रद्धालु कृपाल सिंह बेहोश होकर गिर पड़े थे. सुरक्षाकर्मियों और मेडिकल टीम ने तत्काल उन्हें अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. परिवार के अनुसार, उन्हें पहले से सांस लेने की समस्या थी.'
एसएसपी ने यह भी साफ किया कि घटना मंदिर की भीड़भाड़ के कारण नहीं हुई. पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की जांच की, जिसमें किसी संदिग्ध गतिविधि या धक्का-मुक्की का कोई संकेत नहीं मिला. शव को पोस्टमॉर्टम के बाद परिवार को सौंप दिया गया है और आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जा रही है.
हालांकि पुलिस ने भीड़ को घटना का कारण नहीं माना, लेकिन श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों ने मंदिर में बढ़ती भीड़ और पर्याप्त प्रबंधन की कमी पर सवाल उठाए हैं.
त्योहारी सीजन में रोज़ाना हजारों की संख्या में भक्त वृंदावन पहुंचते हैं, जिससे भीड़ नियंत्रण और स्वास्थ्य सुविधाओं पर दबाव बढ़ जाता है. स्थानीय प्रशासन ने कहा कि मंदिर परिसर में मेडिकल हेल्प डेस्क और अतिरिक्त कर्मियों की तैनाती पर विचार किया जा रहा है.