Ghaziabad accident: गाजियाबाद के शालीमार गार्डन इलाके में दो दिन पहले एक दर्दनाक हादसे ने सभी को झकझोर कर रख दिया. एक पुरानी इमारत का छज्जा अचानक गिरने से एक बाइक सवार की जान चली गई. अब इस घटना का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है, जो इस हादसे की भयावहता को बयां करता है. इस वीडियो ने शहर में पुरानी इमारतों की संरचनात्मक सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. यह हादसा पुरानी और कमजोर इमारतों की स्ट्रक्चरल सेफ्टी पर सवाल उठाता है.
मृतक की पहचान फर्रुखनगर निवासी रूपेश के रूप में हुई है. वह शालीमार गार्डन में एक बाइक मैकेनिक की दुकान के बाहर खड़ा था. इसी दौरान मकान की ऊपरी मंजिल से छज्जा अचानक टूटकर उस पर आ गिरा. मलबे में दबने से रूपेश गंभीर रूप से घायल हो गया. उसे तुरंत जीटीबी अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया. मौके पर मौजूद लोगों के अनुसार, हादसा इतना अचानक हुआ कि किसी को भी बचाव का मौका नहीं मिला.
#गाजियाबाद के शालीमार गार्डन इलाके में दो दिन पहले बिल्डिंग का छत गिरने से बाइक सवार की मौत हो गई थी, अब घटना की #CCTV सामने आया है जिसमें छज्जा गिरने का वीडियो कैप्चर हुआ है। अब @gdagzb को चाहिए कि वो पुरानी बिल्डिंग्स का स्ट्रक्चरल सेफ्टी ऑडिट कराए। @UPGovt pic.twitter.com/4u3nxstjZD
— Lokesh Rai (@lokeshRlive) July 17, 2025
12 घंटे में दूसरी घटना ने बढ़ाई चिंता
यह कोई पहला मामला नहीं है. इससे पहले शालीमार गार्डन में ही एक अन्य हादसे में एक मजदूर की जान चली गई थी. वह एक निर्माणाधीन इमारत की ऊपरी मंजिल पर काम कर रहा था, जब छज्जा टूटने से वह नीचे गिर गया. महज 12 घंटे के भीतर हुई इन दो घटनाओं ने इलाके में जर्जर और असुरक्षित निर्माणों के खतरे को उजागर कर दिया है. स्थानीय निवासियों का कहना है, "पुरानी इमारतों की स्थिति बेहद खराब है. अगर समय रहते कार्रवाई नहीं हुई, तो ऐसे हादसे और बढ़ सकते हैं."
प्रशासन की जवाबदेही पर सवाल
शालीमार गार्डन में बार-बार हो रहे ऐसे हादसों ने गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं. विशेषज्ञों का मानना है कि पुरानी इमारतों का नियमित स्ट्रक्चरल ऑडिट और रखरखाव अनिवार्य है. एक स्थानीय इंजीनियर ने कहा, "कई इमारतें अपनी आयु पूरी कर चुकी हैं. बिना ऑडिट के इनका उपयोग जानलेवा हो सकता है." निवासियों ने मांग की है कि जीडीए तुरंत सख्त कदम उठाए और असुरक्षित इमारतों को चिह्नित कर उनके मालिकों को नोटिस जारी करे.