Jhansi UP Police inspector Video: उत्तर प्रदेश के झांसी जिले का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें UP पुलिस के एक इंस्पेक्टर थाने के बाहर जमीन पर बैठकर बच्चों की तरह रोते हुए दिखाई दे रहे हैं. इस वीडियो में इंस्पेक्टर मोहित यादव ने थाने में अपनी आपबीती सुनाते हुए गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि छुट्टी मांगने गए थे, लेकिन उन्हें बदसलूकी का शिकार होना पड़ा और एक उच्च अधिकारी ने उनके साथ अभद्रता की.
झांसी में पदस्थ इंस्पेक्टर मोहित यादव, जो वर्तमान में निलंबित हैं, ने आरोप लगाया कि उन्होंने पुलिस लाइन के प्रतिसार निरीक्षक (RI) सुभाष सिंह से छुट्टी के लिए आवेदन किया था, लेकिन उनका आवेदन आगे नहीं भेजा गया. इसके बाद, मोहित यादव ने सीधे RI से मिलने की कोशिश की, जहां दोनों के बीच बहस हो गई. इंस्पेक्टर ने बताया कि बहस के दौरान, प्रतिसार निरीक्षक ने उनके साथ अभद्र व्यवहार किया और यहां तक कि उनके प्राइवेट पार्ट पर लात मारकर उन्हें वहां से भगा दिया.
मोहित यादव ने इस घटना के बाद डायल 112 पर कॉल कर सूचना दी, लेकिन पुलिस उन्हें पकड़कर थाने ले आई. इस घटना के बाद, इंस्पेक्टर मोहित यादव सड़कों पर बैठकर रोने लगे, और उनका यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया.
ये मोहित यादव हैं, ये यूपी पुलिस में इंस्पेक्टर पर पद पर तैनात हैं. इन्हें सस्पेंड कर दिया गया है. जिसके बाद ये थाने में जमीन पर बैठकर बच्चों की तरह रो रहे हैं.
इंस्पेक्टर मोहित यादव ने आरोप लगाया कि पुलिस लाइन में प्रतिसार निरीक्षक (RI) से छुट्टी मांगने गए थे. RI ने उनके… pic.twitter.com/kyIrvzA556— Priya singh (@priyarajputlive) January 16, 2025Also Read
वीडियो में देखा जा सकता है कि मोहित यादव सड़क पर बैठकर जोर-जोर से रोते हुए अपनी दुखभरी कहानी सुना रहे हैं. उन्होंने थाने में इसकी लिखित शिकायत भी दी, और शिकायत लिखते वक्त भी उनकी आंखों में आंसू थे. उनका यह वीडियो तेजी से वायरल हो गया और लोग इस मामले पर विभिन्न प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं.
इस घटना पर सिटी एसपी ज्ञानेंद्र कुमार सिंह का कहना है कि इंस्पेक्टर मोहित यादव के आरोप बेबुनियाद हैं. उन्होंने कहा कि इंस्पेक्टर ने ही प्रतिसार निरीक्षक सुभाष सिंह के साथ अभद्रता की थी, और दोनों पक्षों ने शिकायतें दी हैं. फिलहाल पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है.
मोहित यादव मैनपुरी के रहने वाले हैं और 2012 में मृतक आश्रित कोटे से सब-इंस्पेक्टर के रूप में यूपी पुलिस में शामिल हुए थे. उन्हें हाल ही में अनुशासनहीनता और विवेचना में लापरवाही के कारण निलंबित किया गया था, और वर्तमान में वह पुलिस लाइन में कार्यरत हैं.