यूपी के गोरखपुर में कैंपियरगंज विधानसभा सीट से सात बार के बीजेपी विधायक फतेह बहादुर सिंह ने खुद के जान का खतरा बताते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और सीएम योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर सुरक्षा की मांग की है. विधायक बहादुर सिंह ने कहा है कि उनके विरोधियों द्वारा हत्या की साजिश रची जा रही है. मुझे जानकारी मिली है कि एक करोड़ रुपये सुपारी के तौर पर विरोधियों ने जुटा भी लिया है. आगे विधायक ने कहा कि इस पूरे संयंत्र में पुलिस भी विरोधी से मिली हुई है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक विधायक फतेह बहादुर ने बताया, 'करीब 11 दिन पहले उनके मोबाइल पर किसी ने फोन कर बताया कि जहां आप हैं, वहां से हट जाएं. आपके जान को खतरा है. मुझे लगा कि कोई सिरफिरा होगा लेकिन इसके बाद हत्या की सुपारी के लिए दुश्मनों द्वारा चंदा जमा किया जाने लगा है. ताकि सुपारी किलर को पैसा देकर मेरी मर्डर करवा सके'.
आगे फतेह सिंह ने बताया, 'जो जानकारी मुझे मिली है उस हिसाब से मुझे मारने के लिए एक गैंग को सुपारी दे दी गई है, जिसके लिए विरोधियों ने करीब 1 करोड़ रुपये चंदा वसूल कर जमा किया है. मैंने पूरी जानकारी प्रदेश सरकार को दे दी गई है लेकिन 10 गुजरने के बाद कोई भी न तो कोई जांच हुई और ना ही मुझे पुलिस के किसी अधिकारी ने फोन कर इस बात की जानकारी ली है'. विधायक फतेह सिंह के मुताबिक उन्होंने केंद्रीय नेतृत्व की इसकी जानकारी दे दी है. मांग की गई है कि हत्या की साजिश करने वालों का पर्दाफाश किया जाए.
बता दें कि फतेह बहादुर सिंह कैम्पियरगंज से विधायक हैं. वह बसपा प्रमुख मायावती का करीबी रहे चुके हैं. बसपा सरकार में वह वन मंत्री रह चुके हैं. विधानसभा सत्र के दौरान वह मायावती के दाहिनी कुर्सी पर बैठे दिखाई देते थे. लेकिन वक्त के साथ हालात भी बदले और बसपा से कैबिनेट मंत्री रहे फतेह बहादुर सिंह की मायावती से दूरियां बढ़ गईं. उसके बाद साल 2017 में बीजेपी ने विधानसभा चुनाव में फतेह सिंह को कैंपियरगंज विधानसभा से मैदान में उतारा था. तब रिकॉर्ड वोटों से चौथे नंबर पर हमेशा रहने वाली बीजेपी को फतेह सिंह ने पहले नंबर पर ला दिया. फतेह बहादुर सिंह पूर्व मुख्यमंत्री वीर बहादुर सिंह के बेटे हैं. वह बपसा सरकार में वन मंत्री रह चुके हैं.