menu-icon
India Daily

यमुना एक्सप्रेसवे पर औद्योगिक विकास को मिलेगी गति, नंद गोपाल नंदी की समीक्षा बैठक

नंद गोपाल नंदी ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि जेवर एयरपोर्ट के आसपास देश विदेश के नामी व प्रसिद्ध कंपनियों को भूखण्ड दिये जाने में प्राथमिकता बरती जायें.

auth-image
Edited By: Mayank Tiwari
auth-image
Reported By: Santosh Pathak
Nand Gopal Nandi
Courtesy: Social Media

उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल नंदी ने यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) की समीक्षा बैठक में अधिकारियों को उद्यमियों की समस्याओं का त्वरित समाधान करने के निर्देश दिए. बैठक में प्रांजल यादव (सचिव, औद्योगिक विकास विभाग), राकेश कुमार सिंह (मुख्य कार्यपालक अधिकारी, यीडा) सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे.

उद्योगों में पारदर्शिता और प्रोजेक्ट अनुपालन

मंत्री नंदी ने निर्देश दिए कि औद्योगिक भूखंडों के आवंटियों की समस्याओं को प्राथमिकता से सुना जाए और उनके कार्यों का निस्तारण निरंतर किया जाए. उन्होंने कहा, “प्राधिकरण द्वारा औद्योगिक भूखण्डों के आवंटियों की समस्याओं को सुना जाये तथा उनके कार्यों को प्राथमिकता पर निस्तारण की कार्यवाही निरन्तर की जाये.” खाली भूखंडों की जानकारी लेते हुए उन्होंने जोर दिया कि आवंटन के समय दी गई डीपीआर/प्रोजेक्ट के अनुसार ही उद्योगों का निर्माण सुनिश्चित हो. साथ ही, भूखंडों के दुरुपयोग को रोकने के लिए डीपीआर, लेआउट प्लान और निर्माण कार्ययोजना को अनिवार्य करने का सुझाव दिया.

जेवर एयरपोर्ट के लिए बड़ी कंपनियों को प्राथमिकता

नंदी ने जेवर एयरपोर्ट के आसपास के क्षेत्र में भूखंड आवंटन में देश-विदेश की प्रतिष्ठित कंपनियों को प्राथमिकता देने का आदेश दिया. उन्होंने कहा, “जेवर एयरपोर्ट के आसपास देश-विदेश के नामी व प्रसिद्ध कंपनियों को भूखण्ड दिये जाने में प्राथमिकता बरती जायें.” इससे क्षेत्र में आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा.

फिल्म सिटी परियोजना में तेजी

मंत्री ने फिल्म सिटी परियोजना के पहले चरण की प्रगति पर जोर देते हुए कहा, “प्रथम चरण में फिल्म सिटी परियोजना में फिल्म स्टूडियो, शूटिंग प्लेस व फिल्म निर्माण से संबंधित गतिविधियों के निर्माण हेतु 1095 दिवस की अवधि निर्धारित की गयी है.” उन्होंने कन्सेशनायर वेव्यू भूटानी प्रा. लि. से कार्ययोजना प्राप्त कर निरंतर अनुश्रवण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए, ताकि यह मुख्यमंत्री की महत्वाकांक्षी परियोजना समय पर पूरी हो.

सेमीकंडक्टर पार्क: उत्तर भारत में पहल

यमुना एक्सप्रेसवे क्षेत्र में उत्तर भारत की पहली सेमीकंडक्टर कंपनी स्थापित होने जा रही है. भारत सरकार ने फॉक्सकॉन और एचसीएल के संयुक्त उद्यम, वामासुंदरी प्रोजेक्ट, को मंजूरी दी है. यह परियोजना सेक्टर 28 में 48 एकड़ भूमि पर स्थापित होगी. नंदी ने बताया कि भारत सरकार से अंतिम मंजूरी मिलने के बाद कंपनी को आवंटन पत्र जारी किया जाएगा. इसके अतिरिक्त, हीरा नंदानी ग्रुप की कंपनी टार्क द्वारा सेक्टर 28 में 125 एकड़ में एक अन्य सेमीकंडक्टर परियोजना प्रस्तावित है, जिसे उत्तर प्रदेश सरकार ने मंजूरी देकर भारत सरकार को भेजा है.