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India Daily

'आपको परेशान नहीं करना चाहते...,' महिला और उसके दिव्यांग बेटे ने ग्रेटर नोएडा में 13वीं मंजिल से छलांग लगाकर दी जान, सुसाइड नोट बरामद

ग्रेटर नोएडा के ऐस सिटी सोसाइटी में एक दिल दहला देने वाली घटना में 37 वर्षीय साक्षी चावला और उनके 11 वर्षीय विशेष रूप से सक्षम बेटे दक्ष ने 13वीं मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली. दोनों की मौके पर ही मौत हो गई.

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Edited By: Mayank Tiwari
Noida woman jumped from 13th floor along with her son
Courtesy: X

उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा से दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है. यहां की ऐस सिटी सोसायटी की 13वीं मंजिल से 37 साल की महिला और उसके 11 साल के दिव्यांग बेटे ने छलांग लगा दी, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई. फिलहाल, दोनों की मौके पर ही मौत हो गई है. इस दौरान सुबह करीब 10 बजे जब लोगों ने जोरदार चीख सुनी, तो साक्षी चावला और उनके बेटे दक्ष खून से लथपथ पड़े मिले. घटना की सूचना मिलते ही बिसरख थाने की पुलिस तुरंत पहुंची और शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बिसरख पुलिस को पीड़ित परिवार के फ्लैट से एक सुसाइड नोट बरामद हुआ है, जो साक्षी के पति दर्पण चावला के नाम था. इस नोट में लिखा था, “हम इस दुनिया को छोड़ रहे हैं. माफ करना. हम अब आपको परेशान नहीं करना चाहते. हमारी मौजूदगी से आपकी जिंदगी खराब न हो. और हमारी मौत के लिए कोई जिम्मेदार नहीं है.

जानिए क्या है पूरा मामला?

पुलिस का कहना है कि जांच-पड़ताल करने में पता चला है कि दक्ष लंबे समय से मानसिक बीमारी से जूझ रहा था और दवाओं पर निर्भर था. कई डॉक्टरों से सलाह लेने और गुरुद्वारों में प्रार्थना करने के बावजूद, उसकी हालत में कोई सुधार नहीं हुआ. पड़ोसियों ने बताया कि साक्षी अक्सर परेशान रहती थी और शिकायत करती थी कि उसका जीवन बहुत मुश्किल हो गया है. शनिवार (13 सितंबर) की सुबह, चार्टर्ड अकाउंटेंट दर्पण ने साक्षी से अपने बेटे दक्ष को दवा देने को कहा था. दवा देने के बाद, वह दक्ष को बालकनी में ले गई. इसके कुछ ही पल बाद, दोनों की मौत हो गई.

बेटा मानसिक रूप से अस्थिर था- ADCP

इस मामले पर एडीसीपी सेंट्रल नोएडा शाव्या गोयल ने पुष्टि की: "बेटा मानसिक रूप से अस्थिर था और मां इस वजह से अक्सर तनाव में रहती थी. हमें फ्लैट से एक सुसाइड नोट मिला है. फिलहाल, हमनें शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है और आगे की जांच-पड़ताल की जा रही है. बताया जा रहा है कि उत्तराखंड के गढ़ी नेगी गांव का मूल निवासी चावला परिवार ऐस सिटी सोसाइटी में रहता था. पड़ोसी, जो उन्हें शांत और सम्माननीय बताते थे, इस त्रासदी से काफी सदमे में हैं.