उत्तर प्रदेश के लोगों के लिए बिजली बिल को लेकर बड़ी राहत की खबर सामने आई है. राज्य में लागू बिजली बिल राहत योजना के तहत अब तक दो लाख से अधिक उपभोक्ताओं ने पंजीकरण कराया है. इस योजना का मकसद पुराने बकाया बिजली बिलों का बोझ कम करना और ज्यादा से ज्यादा लोगों को राहत देना है.
पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (PVVNL) से जुड़े मेरठ समेत 14 जनपदों के कुल 2,39,380 उपभोक्ता इस योजना के तहत पंजीकरण करा चुके हैं. PVVNL के प्रबंध निदेशक रवीश गुप्ता ने बताया कि अभी भी उपभोक्ताओं के पास इस योजना का लाभ उठाने का मौका है और सभी पात्र लोग आगे आकर पंजीकरण कराएं.
यह योजना ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों के लिए लागू है. इसके तहत घरेलू श्रेणी में दो किलोवाट तक और वाणिज्यिक श्रेणी में एक किलोवाट तक के कनेक्शन शामिल हैं. नेवर पेड, लंबे समय से बकाया बिल वाले और यहां तक कि बिजली चोरी से जुड़े मामलों में भी राहत दी जा रही है.
योजना के अंतर्गत लेट पेमेंट सरचार्ज यानी ब्याज में 100 प्रतिशत तक की छूट दी जा रही है. इसके अलावा बिल के मूलधन में 25 प्रतिशत तक की छूट का प्रावधान है. बिजली चोरी के मामलों में निर्धारित कर राशि पर भी 50 प्रतिशत तक की छूट दी जा रही है, जिससे उपभोक्ताओं को बड़ा फायदा मिलेगा.
योजना का पहला चरण 31 दिसंबर तक चलेगा. उपभोक्ता अपने नजदीकी उपखंड कार्यालय, विभागीय कलेक्शन सेंटर, जन-सुविधा केंद्र, विद्युत सखी या मीटर रीडर के माध्यम से पंजीकरण करा सकते हैं. प्रक्रिया को आसान रखा गया है ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इसका लाभ उठा सकें.
मेरठ क्षेत्र प्रथम में 1,712, मेरठ क्षेत्र द्वितीय में 24,399, मुजफ्फरनगर क्षेत्र में 28,973 और सहारनपुर क्षेत्र में 35,005 उपभोक्ता पहले ही इस योजना का लाभ ले चुके हैं.
बिजली विभाग ने सभी पात्र उपभोक्ताओं से अपील की है कि वे समय रहते पंजीकरण कराएं और इस राहत योजना का पूरा लाभ उठाकर अपने बकाया बिजली बिलों का समाधान करें.