उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने चंदौली जिले का एक दिवसीय दौरा किया, जहां उन्होंने निर्माणाधीन ट्रामा सेंटर का निरीक्षण किया. इस दौरान,उन्होंने केंद्र की निर्माण गुणवत्ता को लेकर कड़ी आपत्ति जताई और अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई. ब्रजेश पाठक जब ट्रामा सेंटर के निरीक्षण के लिए पहुंचे, तो वहां के निर्माण कार्य में इस्तेमाल की जा रही ईटों की गुणवत्ता को देखकर वे नाराज हो गए. उन्होंने मौके पर मौजूद अधिकारियों से ईटों को देखा और तुरंत अपने हाथ में दो ईटें उठा लीं. इसके बाद उन्होंने इन ईटों को लड़ाकर कार्यदायी संस्था और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को घटिया निर्माण सामग्री के बारे में दिखाया. उपमुख्यमंत्री ने कड़ी टिप्पणी करते हुए कहा कि इस तरह की घटिया सामग्री से अस्पतालों का निर्माण किसी भी हालत में नहीं हो सकता.
इसके बाद ब्रजेश पाठक ने ट्रामा सेंटर में बने भवन के प्लास्टर की भी जांच की. प्लास्टर की गुणवत्ता पर भी उन्हें कई खामियां मिलीं, जिसके बाद उन्होंने अधिकारियों से निर्माण कार्य की स्थिति को सुधारने के लिए सख्त कदम उठाने को कहा. इस दौरान कार्यदायी संस्था और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के चेहरे पर चिंता की लकीरें साफ दिखी, क्योंकि उपमुख्यमंत्री के तेवर काफी सख्त थे.
ब्रजेश पाठक ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि अस्पताल के निर्माण में किसी भी प्रकार की लापरवाही या भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने यह भी कहा कि अस्पतालों का निर्माण जनता के स्वास्थ्य से जुड़ा है, और इसमें कोई कमी नहीं होनी चाहिए. उन्होंने इस मामले की जल्द से जल्द जांच करने की बात कही और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी.
इस दौरे के बाद अधिकारियों में खलबली मच गई और इस घटना ने प्रशासनिक स्तर पर भी हलचल पैदा कर दी है. अब यह देखना होगा कि उपमुख्यमंत्री के सख्त निर्देशों के बाद ट्रामा सेंटर के निर्माण कार्य में क्या सुधार होता है और अधिकारियों पर क्या कार्रवाई की जाती है. ब्रजेश पाठक का यह दौरा प्रशासनिक प्रणाली और निर्माण कार्य में पारदर्शिता के प्रति उनकी निष्ठा को उजागर करता है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि प्रदेश सरकार जनहित से जुड़े मामलों में किसी भी प्रकार की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं करेगी.