Prayagraj School Murder: आज कल के युवाओं को क्या हो गया है. हालात ऐसे हैं कि मामूली विवाद में भी स्कूल में पढ़ाई कर रहे बच्चे तक एक दूसरे की जान लेने को तैयार हैं. एक दौर ऐसा भी था जब बच्चे शिक्षक से थरथर कांपते थे लेकिन अब लग रहा कि छात्रों के अंदर से वो डर ही खत्म हो गया है. प्रयागराज के एक निजी स्कूल में बुधवार को उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब दो छात्रों के बीच हुआ मामूली विवाद खूनी रूप ले बैठा. इंदिरा गांधी इंटर कॉलेज में पढ़ने वाले 12वीं कक्षा के छात्र को उसके ही सहपाठी ने चाकू मारकर मौत के घाट उतार दिया. घटना के बाद छात्रों और शिक्षकों में दहशत का माहौल फैल गया.
पुलिस के मुताबिक, इस वारदात में शामिल एक छात्र को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि दूसरा आरोपी अब भी फरार है. परिवार का आरोप है कि मृतक को पहले भी धमकियां दी गई थीं और हत्या में कई लोगों की संलिप्तता हो सकती है. इस घटना ने न केवल पीड़ित परिवार बल्कि पूरे शहर को हिला कर रख दिया है.
इंदिरा गांधी इंटर कॉलेज में पढ़ाई के दौरान दो छात्रों के बीच कहासुनी हुई. मामूली सी बहस ने धीरे-धीरे हिंसक रूप ले लिया और देखते ही देखते झगड़ा खून-खराबे में बदल गया.
झगड़े के दौरान एक छात्र ने अचानक चाकू निकालकर सहपाठी पर कई वार कर दिए. गंभीर रूप से घायल छात्र को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
हमले के तुरंत बाद आरोपी छात्र मौके से फरार हो गया. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए एक संदिग्ध को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि दूसरे की तलाश जारी है. पीड़ित परिवार का कहना है कि उनके बेटे को पहले भी धमकी दी गई थी. उनका मानना है कि यह हमला सोची-समझी साजिश का हिस्सा हो सकता है और इसमें एक से ज्यादा लोग शामिल हैं.
फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल की जांच की है. पुलिस ने कई साक्ष्य जुटाए हैं और घटना के पीछे के कारणों की गहन पड़ताल शुरू कर दी है.
यमुनापार के डीसीपी विवेक यादव ने कहा, "हम उन परिस्थितियों की जांच कर रहे हैं जिनकी वजह से यह घटना हुई. एक छात्र को गिरफ्तार किया गया है और पूछताछ की जा रही है. बाकी आरोपियों की तलाश जारी है."
इस घटना के बाद स्कूल के छात्र-छात्राओं और शिक्षकों में दहशत फैल गई है. कई लोग हैरान हैं कि एक मामूली विवाद इतनी बड़ी वारदात में कैसे बदल गया.
इस घटना ने स्कूलों में सुरक्षा इंतजाम पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. लोग पूछ रहे हैं कि छात्र चाकू लेकर कैंपस में कैसे पहुँच गया और निगरानी क्यों नहीं थी.