menu-icon
India Daily

Yoga टीचर ने मारा ऐसा तमाचा, चली गई बच्चे की आंख की रोशनी, अब प्रिंसिपल के खिलाफ भी हो गई FIR

Meerut News: यूपी के मेरठ से आर्मी पब्लिक स्कूल के प्रिंसिपल और एक टीचर के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है. यह एफआईआर कोर्ट के आदेश के बाद दर्ज की गई है. रिपोर्ट के मुताबिक, योग टीचर ने इस बच्चे को तमाचा मार दिया था जिसके बाद उसकी आंख की रोशनी ही चली गई. अब पुलिस इस स्कूल के प्रिंसिपल और योग टीचर के खिलाफ जांच शुरू कर दी है.

auth-image
Edited By: India Daily Live
Representative Image
Courtesy: Social Media

उत्तर प्रदेश के मेरठ से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. आरोप है कि एक टीचर ने स्कूल के एक बच्चे को ऐसा तमाचा मारा कि उसकी आंख की रोशनी चली गई. अब पीड़ित के परिजन की शिकायत और कोर्ट के आदेश के बाद पुलिस ने स्कूल के प्रिंसिपल और योग टीचर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है. बताया गया है कि सातवीं कक्षा के इस छात्र को आंखें पहले से खराब थीं और अब टीचर के थप्पड़ मारने के बाद उसे पूरी तरह से दिखना बंद हो गया.

रिपोर्ट के मुताबिक, यह मामला मेरठ कैंट में स्थित आर्मी पब्लिक स्कूल का है जो कि सरकार द्वारा सहयोग प्राप्त स्कूल है. जिले के चीफ जुडिशियल मैजिस्ट्रेट के आदेश पर पुलिस ने इस स्कूल के प्रिंसिपल और योग टीचर के खिलाफ केस दर्ज किया है. बच्चे की मां इंदु देवी ने आरोप लगाए थे कि उनके बेटे दक्ष की आंख की रेटिना पहले से खराब थी. एक दिन योग टीचर ने दक्ष को ऐसा थप्पड़ मारा कि उसकी आंखें और खराब हो गईं और रोशनी ही चली गई.

नौकरी से निकाला गया टीचर

एफआईआर में पुलिस ने कहा है पीड़ित की मां की शिकायत के बावजूद स्कूल के प्रिंसिपल ने महीनों तक कार्रवाई नहीं की. घटना के बाद से इस बच्चे की आंखों की पांच सर्जरी हो चुकी हैं लेकिन रोशनी नहीं लौटी. हालांकि, जब मामला बड़ा होने लगा तो इस टीचर को नौकरी से निकाल दिया गया. बताया गया है कि यह मामला पिछले साल का है और तब से अब तक उसकी आंखें ठीक नहीं हुई हैं.

पुलिस ने बताया है कि अभी तक मामले की जांच की जा रही है और अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है. पुलिस का कहना है कि जांच के आधार पर ही कार्रवाई की जाएगी. इस बारे में स्कूल की प्रिंसिपल रीता गुप्ता का कहना है, 'पीड़ित बच्चा और उसके एक क्लासमेट के बीच झगड़ा हो गया. टीचर ने हमें बताया कि उन्होंने बच्चे को सिर्फ चपत लगाई थी थप्पड़ नहीं मारा था. हालांकि, हमने उनकी सेवाएं समाप्त कर दी हैं.' स बच्चे के पिता पहले में थे और अब दिल्ली पुलिस में काम करते हैं