उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद से एक बार फिर हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां के क्रॉसिंग रिपब्लिक क्षेत्र में धर्मांतरण के मामले से पूरा इलाका दहशत में है. दरअसल इस बार आरोपियों ने दुख-दर्द दूर करने और पैसों का लालच देकर महिला पर धर्मांतरण का दबाव बनाया. वहीं पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी महिला और उसके अन्य साथियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है.
पुलिस के मुताबिक आरोपियों की तलाश के लिए एक टीम का गठन किया गया है. एसीपी वेव सिटी लिपि नगायच ने बताया कि सैन विहार निवासी एक महिला ने मोहल्ले में रहने वाली पुष्पा और उसके अज्ञात साथियों के खिलाफ केस दर्ज कराया है. पीड़िता का कहना है कि पुष्पा उस पर काफी दिनों से ईसाई धर्म अपनाने का दबाव बना रही है. बार-बार मना करने पर उसे प्रलोभन देने शुरू कर दिया गया.
इसके बाद उससे कहा गया कि अगर महिला ईसाई धर्म अपनाती है तो उसके सारे दुख दूर हो जाएंगे और पैसे भी मिलेंगे. आरोप है कि मना करने के बावजूद अन्य महिलाओं की मदद से उसे गली नंबर -12 में रहने वाले सोने के मकान में जबरन ले गई. वहीं आरोपी उसे जबरन बाइबिल पढ़वाने लगा.
महिला की माने तो प्रार्थना सभा के दौरान उसका पति अन्य साथियों के साथ वहां पहुंचा और हंगामा करते हुए उसे किसी तरह आरोपियों से बचा लिया. आरोप है कि पुष्पा और उसके साथी क्षेत्र में रहने वाले तमाम लोगों पर ईसाई धर्म अपनाने का प्रेशर बना चुके हैं. इतना ही नहीं कई लोगों का तो धर्म परिवर्तन भी करवा चुके हैं.
एडिशनल सीपी दिनेश कुमार पी. के मुताबिक पीटीआई के मोबाइल में 51 पदाधिकारियों के नाम मिले थे. इनकी कुंडली खंगाली जा रही है. ये लोगों का धर्मांतरण कराने की मुहिम में लगे थे. अब एसआईटी की टीम इनके बारे में जानकारी जुटा रही है. वहीं गिरोह को मिल रही फंडिंग की डिटेल भी खंगाली जा रही है.