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India Daily

सत्ता का नशा! बीजेपी नेता ने पुलिस के सामने कारोबारी से सड़क पर नाक रगड़वाई

मंगलवार को सोशल मीडिया पर 19 सेकंड का यह वीडियो वायरल हो गया, जिसमें साफ दिख रहा है कि सत्यम हाथ जोड़ते हुए सड़क पर सिर झुकाकर माफी मांग रहे हैं, जबकि विकुल के समर्थक कार को घेरकर खड़े हैं.

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Edited By: Gyanendra Sharma
UP News
Courtesy: Social Media

UP News: उत्तर प्रदेश के मेरठ शहर में सत्ता के दुरुपयोग का एक शर्मनाक मामला सामने आया है. भाजपा किसान मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष विकुल चपराणा ने ऊर्जा राज्यमंत्री सोमेंद्र तोमर का नाम लेकर एक व्यापारी को सार्वजनिक रूप से अपमानित किया. घटना 19 अक्टूबर की रात तेजगढ़ी चौराहे पर हुई, जो मंत्री के कार्यालय के ठीक बाहर स्थित है. वायरल वीडियो में आरोपी नेता पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में पीड़ित को घुटनों पर बिठाकर सड़क पर नाक रगड़वाते और हाथ जोड़कर माफी मंगवाते नजर आ रहे हैं. 

घटना की शुरुआत एक मामूली पार्किंग विवाद से हुई. शास्त्रीनगर डी-ब्लॉक के निवासी व्यापारी सत्यम रस्तोगी अपने दोस्त के साथ तेजगढ़ी चौराहे पर स्थित एक होटल में रात्रि भोजन करने पहुंचे थे. होटल के बाहर पार्किंग स्पेस को लेकर विकुल चपराणा और उनके सहयोगियों ने सत्यम के वाहन पर आपत्ति जताई. बहस बढ़ने पर विकुल के साथियों ने व्यापारी की कार का शीशा तोड़ दिया, जिससे इलाके में हलचल मच गई.

ऊर्जा राज्यमंत्री सोमेंद्र तोमर का 'बड़ा भाई' बताते हुए गालियां दीं

भीड़ इकट्ठी होते ही तेजगढ़ी पुलिस चौकी से चार-पांच पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे. लेकिन आश्चर्यजनक रूप से, विकुल ने पुलिसवालों के सामने ही अपना रौब झाड़ना शुरू कर दिया. खुद को ऊर्जा राज्यमंत्री सोमेंद्र तोमर का 'बड़ा भाई' बताते हुए उन्होंने सत्यम को गालियां दीं और गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी. इतना ही नहीं, उन्होंने सत्यम को जबरन घुटनों पर बिठाकर सड़क पर नाक रगड़वाई और हाथ जोड़कर माफी मंगवाई. इसके बाद ही उन्हें जाने दिया गया. पूरा हादसा मंत्री के कार्यालय से महज चंद कदम दूर घटित हुआ, जहां कई पुलिसकर्मी खड़े होकर तमाशा देखते रहे.

वायरल वीडियो ने पुलिस को जगाया

मंगलवार को सोशल मीडिया पर 19 सेकंड का यह वीडियो वायरल हो गया, जिसमें साफ दिख रहा है कि सत्यम हाथ जोड़ते हुए सड़क पर सिर झुकाकर माफी मांग रहे हैं, जबकि विकुल के समर्थक कार को घेरकर खड़े हैं. वीडियो की व्यापक प्रसार ने पुलिस महकमे में हड़कंप मचा दिया. किरकिरी से बचने के लिए थाना प्रभारी ने तुरंत मुकदमा दर्ज कराया और विकुल चपराणा को गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस ने आईपीसी की धाराओं के तहत कार्रवाई की है, जिसमें गुंडागर्दी, अपमान और संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के आरोप शामिल हैं.

हालांकि अभी वायरल वीडियो की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं की जा सकी है. फिर भी, घटना की गंभीरता को देखते हुए जांच जारी है, और पुलिस ने गवाहों के बयान दर्ज करने शुरू कर दिए हैं. वायरल वीडियो के विवाद से मेरा कोई लेना देना नहीं है. विवाद में अगर किसी ने मेरा नाम लेकर कानून अपने हाथ में लेने का काम किया है तो उस पर सख्त कानूनी कार्रवाई हो.