Amethi Murder Case: अमेठी में दलित शिक्षक और उसके परिवार की हत्या के आरोपी चंदन वर्मा (26) को शनिवार की सुबह पुलिस ने मुठभेड़ में घायल कर दिया. पुलिस ने बताया कि मुठभेड़ उस समय हुई जब उसे अपराध में इस्तेमाल की गई पिस्तौल बरामद करने के लिए ले जाया जा रहा था. अमेठी के एडिशनल एसपी हरेंद्र कुमार ने बताया कि चंदन खतरे से बाहर है और स्थानीय सीएचसी में उसका इलाज चल रहा है.
कुमार ने बताया कि ऑपरेशन के दौरान चंदन ने सब-इंस्पेक्टर मदन कुमार सिंह से पिस्तौल छीनने की कोशिश की और उन पर गोली चला दी. जवाब में पुलिस ने आत्मरक्षा में गोली चलाई, जो चंदन के दाहिने पैर में लगी. घटना के बाद चंदन को इलाज के लिए तिलोई सीएचसी (सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र) में भर्ती कराया गया.
गुरुवार को अमेठी में दलित स्कूल शिक्षक, उसकी पत्नी और दो बेटियों की नृशंस हत्या चंदन ने की थी, जो शिक्षक की पत्नी पूनम भारती से प्यार करता था. सरकारी स्कूल में शिक्षक 34 साल के सुनील कुमार को 18 अगस्त को अपनी पत्नी के प्रेम-प्रसंग के बारे में पता चला, जिसके बाद उन्होंने पूनम से चंदन के खिलाफ रायबरेली में एससी/एसटी एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज कराई, जिसमें आरोप लगाया गया कि वो उसके परिवार को धमका रहा है.
दलित टीचर ने अपनी शिकायत में यह भी कहा कि अगर उसके परिवार के किसी सदस्य को नुकसान पहुंचाया गया, तो इसके लिए चंदन को ज़िम्मेदार ठहराया जाना चाहिए. गुरुवार को चंदन ने पीड़िता के घर में घुसकर न केवल सुनील और पूनम को बल्कि उनकी बेटियों सृष्टि (5 साल) और समीक्षा (1.5 साल) को भी मार डाला.
एएसपी कुमार ने बताया कि चंदन वर्मा मुख्य संदिग्ध था और वह पूनम से प्यार करता था और दोनों लगातार वीडियो चैट के जरिए एक-दूसरे के संपर्क में थे. वर्मा को शुक्रवार देर शाम नोएडा से गिरफ्तार किया गया, जब वह राष्ट्रीय राजधानी में घुसने की कोशिश कर रहा था. उसे एसटीएफ नोएडा इकाई की एक टीम ने जेवर टोल प्लाजा के पास से गिरफ्तार किया.
पूछताछ के दौरान चंदन ने अपना अपराध कबूल कर लिया और बताया कि पीड़ितों को गोली मारने के बाद उसने खुद की जान लेने की कोशिश की, लेकिन गोली नहीं चली. पुलिस ने बताया कि आत्महत्या के प्रयास में विफल होने पर वह अपनी मोटरसाइकिल पर मौके से भाग गया.