अलीगढ़: उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में एक चौंकाने वाली घटना हुई है, जिससे डर और दहशत फैल गई है. 23 साल के आदमी को आवारा कुत्ते ने काट लिया, जिसके कुछ ही घंटों बाद उसमें रेबीज जैसे गंभीर लक्षण दिखने लगे. वह आदमी हिंसक हो गया, कुत्ते की तरह भौंकने लगा और लोगों को काटने की कोशिश करने लगा, जिससे गांव वालों को उसे सुरक्षा के लिए चारपाई से बांधना पड़ा.
बाद में डॉक्टरों ने उसकी हालत गंभीर बताई और उसे AIIMS दिल्ली रेफर कर दिया. यह घटना खैर तहसील के उतवारा गांव में हुई. उस आदमी की पहचान रामकुमार (23) , विजयपाल के बेटे के रूप में हुई है. 20 दिसंबर को शाम करीब 6:30 बजे, रामकुमार गांव में घूम रहा था, तभी एक आवारा कुत्ते ने अचानक उसके पैर में काट लिया. वह घर लौटा और अपने परिवार को काटने के बारे में बताया.
#Aligarh | ज़रा सोचिए, अगर यह आपका बच्चा होता?
— Deepak Sharma Azad (@deepaksharmazad) December 21, 2025
वीडियो में दिख रहा व्यक्ति रामू है। कुछ दिन पहले कुत्ते के काटने से शुरू हुई पीड़ा आज इस हालत तक पहुँच गई कि उसे बाँधकर इलाज कराना पड़ रहा है।
आवारा कुत्तों से बच्चों और बुज़ुर्गों की सुरक्षा अब एक बड़ा सवाल बन चुकी है।
प्रशासन से… pic.twitter.com/kjxMUW4gOb
परिवार वालों के अनुसार, घाव मामूली लग रहा था, सिर्फ छोटे दांतों के निशान थे और कोई गहरी चोट नहीं थी. उन्होंने घाव को धोया और एक स्थानीय मान्यता के अनुसार, उस पर मिर्च पाउडर लगा दिया. घटना के बाद कई घंटों तक रामकुमार सामान्य रहा. उसने रात 9 बजे के आसपास खाना भी खाया और बीमारी का कोई लक्षण नहीं दिखा.
हालांकि, रात करीब 11 बजे, उसकी हालत अचानक बदल गई. उसने बेचैनी और परेशानी की शिकायत की. इसके तुरंत बाद, वह लगातार अपने शरीर को खुजलाने लगा और कुत्ते जैसी अजीब आवाजें निकालने लगा. उसका व्यवहार तेजी से हिंसक होता गया. गांव वालों ने बताया कि रामकुमार भौंकने लगा अपनी जीभ बाहर निकालने लगा, लोगों को सूंघने लगा और जो भी उसके पास आता, उसे काटने की कोशिश करने लगा.
रात में उसकी हालत और खराब होने पर, परिवार ने शुरू में पारंपरिक तरीके आजमाए, इस उम्मीद में कि इससे उसे आराम मिलेगा. लेकिन अगली सुबह तक, उसका व्यवहार पूरी तरह से बेकाबू हो गया. दूसरों की सुरक्षा के लिए, गांव वालों और परिवार के सदस्यों ने उसे चारपाई से बांध दिया. इसी हालत में उसे 21 दिसंबर की शाम को खैर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) ले जाया गया.
अस्पताल में, बताया जाता है कि रामकुमार भौंकता रहा. स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, CHC के सुपरिटेंडेंट डॉ. रोहित भाटी ने तुरंत उसे एक बड़े मेडिकल सेंटर में रेफर कर दिया. डॉक्टरों को गंभीर रेबीज के लक्षणों का शक हुआ और उसे AIIMS दिल्ली भेज दिया गया, जहां उसे इलाज के लिए भर्ती कराया गया. इस घटना ने कुत्ते के काटने, अंधविश्वास और ऐसी चोटों के बाद तुरंत मेडिकल इलाज खासकर वैक्सीनेशन के महत्व के बारे में गंभीर चिंताएं पैदा कर दी हैं.