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India Daily

Rajasthan Gang Rape Case: टोंक में लड़कियों से छेड़छाड़ और धर्म परिवर्तन के कई मामले आए सामने, हिंदू संगठनों का फूटा गुस्सा

Rajasthan Gang Rape Case: राजस्थान के टोंक जिले में छेड़छाड़, जबरन धर्मांतरण और गैंगरेप के मामलों ने हालात बिगाड़ दिए हैं. यहां एक साथ इस तरह के तीन मामले सामने आये हैं. इन घटनाओं से हिंदुत्व संगठनों में गुस्सा है और वे कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. पुलिस ने कुछ गिरफ्तारियां की हैं और आगे जांच जारी है.

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Edited By: Km Jaya
लड़कियों से छेड़छाड़
Courtesy: Pinterest

Rajasthan Gang Rape Case: राजस्थान का टोंक जिले से बीते कुछ महीनों में यहां कई चौंकाने वाले मामले सामने आए हैं, जिनमें नाबालिग लड़कियों से छेड़छाड़, यौन उत्पीड़न और जबरन धर्मांतरण के आरोप लगे हैं. जिसके बाद हिंदूवादी संगठनों ने इसका कड़ा विरोध किया है. इन घटनाओं ने परिवारों में डर का माहौल पैदा कर दिया है.

सबसे चर्चित मामले में 13 वर्षीय छात्रा ने आरोप लगाया कि आरोपी ताहिर मवाती और उसके साथियों ने उसे कोचिंग जाते समय करीब एक महीने तक परेशान करता था और अश्लील टिप्पणियां करता था. लड़की ने बताया कि आरोपियों ने उससे जबरन धर्मांतरण और निकाह की मांग की और इनकार करने पर तेजाब से हमला करने की धमकी दी. जब कोचिंग प्रबंधक हेमराज ने बीच-बचाव किया तो उन्हें भी बाहर खींचकर पीटा गया. यह घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई. इस मामले में पॉक्सो एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज की गई और मुख्य आरोपी ताहिर सहित दो लोगों को गिरफ्तार किया गया.

दूसरा मामला

दूसरे मामले में यूनुस नाम के आरोपी ने एक लड़की को शादी के लिए मजबूर करने की कोशिश की और इनकार करने पर उसका निजी वीडियो वायरल करने की धमकी दी. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है.

तीसरा मामला

तीसरे मामले में एक नाबालिग लड़की से सात आरोपियों ने गैंगरेप किया. इनमें छह आरोपी नाबालिग हैं जिन्हें हिरासत में ले लिया गया है, जबकि एक फरार है.

आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज

पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार मीणा ने कहा, 'पोक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया और दो लोगों को गिरफ्तार किया गया. पुलिस उपाधीक्षक ने कार्रवाई की. मुख्य रूप से, जहां तक कॉलेजों, स्कूलों और कोचिंग संस्थानों का संबंध है, हमने छह टीमें बनाई हैं और उनके संपर्क विवरण साझा किए गए हैं. हाल के मामलों में कार्रवाई की गई है, जिसमें कोचिंग केस भी शामिल है जिसमें दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है.'

जिले में सांप्रदायिक तनाव

इन मामलों में कई अल्पसंख्यक समुदाय के आरोपी शामिल हैं, जिसने जिले में सांप्रदायिक तनाव को बढ़ा दिया है. हिंदूवादी समूहों ने प्रशासन से सख्त और त्वरित कार्रवाई की मांग करते हुए प्रदर्शन किए और अधिकारियों पर उदासीनता और असामाजिक तत्वों को रोकने में विफल रहने का आरोप लगाया. 13 वर्षीय बच्ची के पिता ने कहा, 'ऐसी परिस्थितियों में हमारी बहनों और बेटियों के लिए बाहर निकलना मुश्किल हो जाता है.' पुलिस ने कहा कि जांच जारी है और बयान दर्ज होने और सबूतों की जांच के बाद और गिरफ्तारियां हो सकती हैं.

नाबालिगों को बनाया गया निशाना 

टोंक में कई मामले हैं. कुछ मामलों को दबा दिया जाता है, कुछ मामले सामने आते हैं. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के अजय ने कहा, 'कुछ लड़कियाँ बोलती ही नहीं हैं.' पूर्व भाजपा विधायक अजय मेहता ने जोर देकर कहा कि नाबालिगों को निशाना बनाया गया है और जिसके लिए कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी गई है. अधिकारियों ने कहा कि स्कूलों, कॉलेजों और कोचिंग सेंटरों की निगरानी के लिए गठित रोकथाम दल अपनी निगरानी जारी रखेंगे और अगर किसी के पास इन मामलों की जानकारी है तो उसे आगे आना चाहिए.