Kota-Bhopal train: पश्चिम मध्य रेलवे के कोटा रेल मंडल में रेलवे प्रशासन ने गुरुवार रात अचानक कोटा से भोपाल तक एक स्पेशल ट्रेन चलाने का फैसला किया. हालांकि, इसकी सूचना महज दो घंटे पहले दी गई, जिसके चलते यात्रियों तक जानकारी नहीं पहुंच सकी और ट्रेन लगभग खाली ही चल पड़ी. रक्षाबंधन के मौके पर जब ट्रेनों में भीड़ उमड़ रही है, रेलवे के इस कदम ने यात्रियों में नाराजगी पैदा कर दी है.
कोटा रेल मंडल ने गुरुवार शाम कोटा से नागदा होकर भोपाल तक एक स्पेशल ट्रेन (09822) चलाने का ऐलान किया. ये ट्रेन रात करीब 11:10 बजे कोटा स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर-3 से रवाना हुई, लेकिन इस ट्रेन के डिब्बों में यात्री नजर नहीं आए. आमतौर पर रेलवे स्पेशल ट्रेनों की जानकारी कम से कम 48 घंटे पहले देता है, लेकिन इस बार रात 9:15 बजे महज दो घंटे पहले सूचना दी गई. इस वजह से यात्रियों को ट्रेन के संचालन की जानकारी ही नहीं मिल सकी.
11 कोच वाली अनरिजर्व्ड ट्रेन
रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, यह स्पेशल ट्रेन पूरी तरह अनरिजर्व्ड थी, जिसमें चार जनरल और पांच स्लीपर कोच सहित कुल 11 कोच शामिल थे. रक्षाबंधन के दौरान कोटा से भोपाल तक यात्रियों की भारी भीड़ को देखते हुए यह ट्रेन चलाई गई थी. लेकिन समय पर प्रचार-प्रसार न होने के कारण ट्रेन खाली रह गई, जिससे रेलवे के इस प्रयास का कोई लाभ नहीं मिल सका.
जोनल रेलवे अधिकारी धीरज गुप्ता तेज ने रेलवे के इस कदम की कड़ी आलोचना की. उन्होंने कहा, “रेलवे के बिना प्रचार के ऐसे ट्रेन चलाना हास्यास्पद है क्योंकि पूरी ट्रेन खाली गई. रेल प्रबंधन को ट्रेन चलाने के संबंध में कब सूचना मिली और उन्होंने कब एक्शन लिया, उन्हें बताना चाहिए. यात्रियों को इससे फायदा नहीं हुआ. भोपाल और सीहोर में अगर अतिरिक्त भीड़ है, तो यह निर्णय दोपहर में ही किया जा सकता था.”
सोशल मीडिया पोस्ट हटाने से बढ़ा विवाद
कोटा रेल मंडल ने रात 9:15 बजे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इस स्पेशल ट्रेन की घोषणा की. लेकिन जब इस पोस्ट को लेकर रेलवे की आलोचना शुरू हुई, तो रेलवे ने रात 10:08 बजे इस पोस्ट को हटा दिया और ट्रेन के अनरिजर्व्ड होने की घोषणा की. रेलवे ने बताया कि भोपाल में अतिरिक्त भीड़ की आशंका को देखते हुए यह अनरिजर्व्ड ट्रेन चलाई गई थी, ताकि वापसी में वहां के यात्रियों को लाया जा सके.