राजस्थान के जैसलमेर में DRDO गेस्ट हाउस का मैनेजर जासूस निकला. DRDO गेस्ट हाउस का मैनेजर महेंद्र प्रसाद कई सालों से पाक एजेंट के संपर्क में था. उन पर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के लिए जासूसी करने का गंभीर आरोप है.
महेंद्र प्रसाद पिछले पांच साल से पाकिस्तानी एजेंट के संपर्क में था और इस दौरान उसने सेना से जुड़ी कई गोपनीय जानकारियां साझा कीं. जैसलमेर के पुलिस अधीक्षक अभिषेक शिवहरे ने बताया कि महेंद्र प्रसाद उत्तराखंड के अल्मोड़ा का निवासी है, वह 2008 से पोकरण फील्ड फायरिंग रेंज के डीआरडीओ गेस्ट हाउस में मैनेजर के पद पर कार्यरत था. पिछले पांच सालों से वह पाकिस्तानी एजेंट के संपर्क में था और इस दौरान उसने डीआरडीओ गेस्ट हाउस में आने वाले सैन्य अधिकारियों और वैज्ञानिकों की गतिविधियों से संबंधित संवेदनशील जानकारी सीमा पार भेजी.
मोबाइल फोन की चल रही फोरेंसिक जांच
सुरक्षा एजेंसियों ने महेंद्र प्रसाद को लंबे समय तक निगरानी में रखने के बाद 4 अगस्त, 2025 की रात को हिरासत में लिया. उसके पास से दो मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं, जिनकी फोरेंसिक जांच चल रही है. प्रारंभिक जांच में पता चला है कि वह पाकिस्तानी एजेंट के साथ वॉट्सऐप और फोन कॉल के जरिए संपर्क में था. सूत्रों के अनुसार, उसने गेस्ट हाउस में आने वाले अधिकारियों की सूची और उनके मूवमेंट से जुड़ी जानकारी नियमित रूप से साझा की. विशेष रूप से, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान भी उसने महत्वपूर्ण जानकारी लीक की थी, जिसने सुरक्षा एजेंसियों का ध्यान उसकी ओर खींचा.
सुरक्षा एजेंसियों कर रही पूछताछ
जैसलमेर पुलिस और खुफिया एजेंसियां अब यह पता लगाने में जुटी हैं कि महेंद्र प्रसाद अकेले काम कर रहा था या वह किसी बड़े जासूसी नेटवर्क का हिस्सा था. उसे संयुक्त पूछताछ समिति (JIC) को सौंपा गया है, जहां विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारी उससे गहन पूछताछ कर रहे हैं.