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India Daily

Golden Temple को बम से उड़ाने की धमकी देने वाला गिरफ्तार, कई बड़ी कंपनियों में साॅफ्टवेयर इंजीनियर रहा है आरोपी

श्री हरमंदिर साहिब को तीन दिनों में तीन बार RDX से उड़ाने की धमकी भरे ईमेल मिले. अमृतसर पुलिस ने इस मामले में फरीदाबाद निवासी सॉफ्टवेयर इंजीनियर शुभम दुबे को तमिलनाडु से गिरफ्तार किया है.

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Edited By: Yogita Tyagi
श्री हरमंदिर साहिब

श्री हरमंदिर साहिब को उड़ाने की धमकी देने वाले आरोपी सॉफ्टवेयर इंजीनियर को पंजाब पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी की पहचान शुभम दुबे के रूप में हुई है, जो फरीदाबाद का रहने वाला है और कई बड़ी कंपनियों में नौकरी कर चुका है. पुलिस ने उसे तमिलनाडु से गिरफ्तार किया है.

यह मामला उस वक्त गंभीर हो गया जब लगातार तीन दिनों तक शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) को धमकी भरे ईमेल मिले. सोमवार से बुधवार तक तीन बार ईमेल के जरिए श्री हरमंदिर साहिब को RDX से उड़ाने की धमकी दी गई.

कब आई पहली धमकी? 

पहली धमकी सोमवार को आई, जिसमें लिखा गया था कि दरबार साहिब को आरडीएक्स से उड़ाया जाएगा. इसकी सूचना मिलते ही SGPC और पुलिस प्रशासन ने अंदरूनी सुरक्षा कड़ी कर दी. टास्क फोर्स को भी अलर्ट कर दिया गया.

दूसरा धमकी भरा मेल कब आया? 

इसके अगले ही दिन मंगलवार को एक और धमकी भरा मेल आया. इस बार दावा किया गया कि हरमंदिर साहिब के आसपास की पाइपों में आरडीएक्स भर दिया गया है, जिससे परिसर के अंदर धमाके किए जाएंगे. इस सूचना के बाद पुलिस ने सिविल ड्रेस में अधिकारियों को परिसर के भीतर तैनात कर दिया और चारों ओर सुरक्षा बढ़ा दी गई.

तीसरा धमकी भरा मेल कब आया? 

बुधवार को तीसरी बार धमकी भरा मेल मिलने के बाद सुरक्षा एजेंसियों में हड़कंप मच गया. SGPC ने तुरंत पुलिस को इसकी जानकारी दी, जिसके बाद हरमंदिर साहिब के आसपास पंजाब पुलिस, बीएसएफ और कमांडो को तैनात कर दिया गया.

पकड़ा गया आरोपी 

इस गंभीर मामले की जांच के दौरान तकनीकी सुरागों के आधार पर आरोपी की पहचान की गई और उसे तमिलनाडु से गिरफ्तार किया गया. शुभम दुबे आईटी क्षेत्र में काम कर चुका है और सॉफ्टवेयर इंजीनियर है. पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है कि उसने ऐसा कदम क्यों उठाया और क्या उसके पीछे कोई संगठन या मानसिक बीमारी है. फिलहाल, उसकी साइकोलॉजिकल प्रोफाइलिंग भी की जा रही है. धमकियों के बावजूद SGPC और पंजाब पुलिस की सतर्कता ने संभावित खतरे को समय रहते टाल दिया. मामला अभी जांच के अधीन है.