Punjab News: पंजाब की सियासत में एक बार फिर हलचल मच गई है, क्योंकि शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख नेता बिक्रम सिंह मजीठिया की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं. ड्रग मनी से जुड़े आय से अधिक संपत्ति के मामले में पंजाब विजिलेंस विभाग ने अपनी जांच को और तेज कर दिया है. मजीठिया, जो वर्तमान में सात दिन की रिमांड पर हैं, से लगातार पूछताछ की जा रही है. सोमवार को विजिलेंस की टीमें पंजाब और हिमाचल प्रदेश के कई संदिग्ध ठिकानों पर तलाशी अभियान चला रही हैं. इस हाई-प्रोफाइल मामले ने न केवल राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है, बल्कि आम जनता के बीच भी चर्चा का विषय बन गया है.
विजिलेंस विभाग की जांच में अब तक कई चौंकाने वाले खुलासे सामने आए हैं. सूत्रों के अनुसार, मजीठिया से पूछताछ के दौरान ऐसी जानकारियां मिली हैं, जो ड्रग फंडिंग और अवैध संपत्ति निवेश से जुड़ी हैं. सुरागों के आधार पर विजिलेंस ने पंजाब और हिमाचल प्रदेश में मजीठिया से जुड़े आवासीय और व्यावसायिक परिसरों पर छापेमारी शुरू की है. इन ठिकानों पर ड्रग मनी के निवेश की आशंका जताई जा रही है, जिसके चलते जांच एजेंसी पूरी सतर्कता के साथ कार्रवाई कर रही है.
तलाशी अभियान की रणनीति और दायरा
पंजाब विजिलेंस विभाग ने इस मामले में अपनी रणनीति को पूरी तरह गोपनीय और प्रभावी बनाया है. मजीठिया के बयानों और उपलब्ध दस्तावेजों के आधार पर संदिग्ध ठिकानों की एक सूची तैयार की गई है, जहां संपत्ति, नकदी और अन्य सबूत मिलने की संभावना है. यह तलाशी अभियान केवल पंजाब तक सीमित नहीं है, बल्कि हिमाचल प्रदेश के उन क्षेत्रों तक फैला है, जहां मजीठिया के कथित संपत्ति निवेश मौजूद हैं. विजिलेंस की टीमें इन स्थानों पर गहन जांच कर रही हैं ताकि ड्रग फंडिंग के नेटवर्क का पूरी तरह पर्दाफाश किया जा सके. इस अभियान में दस्तावेजों की बारीकी से जांच के साथ-साथ संपत्तियों की वैधता पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं.
पंजाब की सियासत में भूचाल
मजीठिया के खिलाफ इस कार्रवाई ने पंजाब की राजनीति में भूचाल ला दिया है. शिरोमणि अकाली दल के लिए यह मामला एक बड़ा झटका साबित हो सकता है, क्योंकि मजीठिया पार्टी के सबसे प्रभावशाली नेताओं में से एक हैं. एक राजनीतिक विश्लेषक ने कहा, "इस हाई-प्रोफाइल मामले को लेकर राजनीतिक गलियारों में भी हलचल बनी हुई है." माना जा रहा है कि विजिलेंस की यह जांच आने वाले दिनों में कई अन्य बड़े नेताओं को भी अपने दायरे में ले सकती है, जिससे पंजाब की सियासत में और उथल-पुथल मच सकती है.
जांच अभी शुरुआती चरण में
विजिलेंस विभाग ने स्पष्ट किया है कि यह जांच अभी अपने प्रारंभिक चरण में है. हालांकि, अब तक मिले सुरागों ने इस मामले को और गंभीर बना दिया है. मजीठिया से पूछताछ और तलाशी अभियान के परिणामों के आधार पर जांच एजेंसी जल्द ही अपनी अगली कार्रवाई की योजना बनाएगी. विजिलेंस का लक्ष्य इस मामले में ड्रग फंडिंग के पूरे नेटवर्क को उजागर करना है, ताकि इस तरह के अपराधों पर अंकुश लगाया जा सके.