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मध्य प्रदेश में कफ सिरप ने निगली कई बच्चों की जान, जांच में मिला जहरीला केमिकल; जानें कौन सी दवा पर लगा बैन

Cough Syrup News: मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में 'कोल्ड्रिफ' कफ सिरप पीने से 14 बच्चों की मौत हो गई, जबकि राजस्थान में भी 4 बच्चों की जान गई. जांच में सिरप में 48.6% ज़हरीला 'डायथिलीन ग्लाइकॉल' पाया गया. इस खतरनाक रसायन के कारण कई बच्चों की किडनी फेल हो गई.

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Edited By: Princy Sharma
Cough Syrup Banned In MP
Courtesy: Grok

Cough Syrup Banned In MP: मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में किडनी फेल होने से अब तक 14 बच्चों की मौत हो चुकी है, जबकि राजस्थान में भी 4 मासूमों की इसी कारण जान गई है. अकेले मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में, 'कोल्ड्रिफ' नामक एक लोकप्रिय कफ सिरप में पाए जाने वाले जहरीले तत्वों के कारण किडनी फेल होने से 14 बच्चों की जान चली गई है. राजस्थान में भी एक अलग खांसी की दवा से जुड़ी 4 ऐसी ही मौतें हुई हैं.

मुख्य आरोपी दवा, कोल्ड्रिफ, श्रीसन फार्मास्युटिकल्स नामक कंपनी द्वारा निर्मित है. संदूषण (contanmination) की खबरें सामने आने के बाद, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु और केरल की सरकारों ने तुरंत कोल्ड्रिफ की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया. परीक्षणों से पता चला कि इस सिरप में 48.6% डायथिलीन ग्लाइकॉल (DEG) था, जो एंटीफ्रीज और ब्रेक ऑयल में इस्तेमाल होने वाला एक बेहद जहरीला रसायन है. DEG के सेवन से गंभीर किडनी फेलियर और यहां तक कि मौत भी हो सकती है.

 श्रीसन फार्मास्युटिकल्स के दवाओं पर बैन

संदूषित बैच की पहचान बैच संख्या SR-13 के रूप में की गई, जिसका निर्माण मई 2025 में हुआ था और यह अप्रैल 2027 तक वैध था. अधिकारियों ने आगे की जांच पूरी होने तक कोल्ड्रिफ और श्रीसन फार्मास्युटिकल्स द्वारा निर्मित सभी अन्य दवाओं पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया है. सरकार ने आगे किसी भी तरह के नुकसान को रोकने के लिए इन दवाओं के स्टॉक को भी जब्त कर लिया है.

3 बच्चों की हालत गंभीर

छिंदवाड़ा में मरने वाले 14 बच्चों में से 11 की मौत परासिया अनुमंडल में हुई हैं. वर्तमान में, छह बच्चों का इलाज चल रहा है, जिनमें से पांच नागपुर के अस्पतालों में और एक छिंदवाड़ा के अस्पतालों में भर्ती है. नागपुर में तीन बच्चों की हालत गंभीर बताई जा रही है. राज्य सरकार ने मृतक बच्चों के परिवारों को 4-4 लाख रुपये की आर्थिक सहायता स्वीकृत की है.

छह राज्यों में जांच शुरू 

इस चौंकाने वाली घटना के बाद, केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) ने छह राज्यों में जांच शुरू की है, जिसमें कफ सिरप और एंटीबायोटिक दवाओं सहित 19 विभिन्न दवाओं में हानिकारक तत्वों की जांच की जा रही है. अब तक, मध्य प्रदेश के खाद्य एवं औषधि प्रशासन द्वारा जांचे गए नौ नमूने विषाक्त संदूषकों से मुक्त पाए गए हैं.


इस बीच, राजस्थान में, 'केसन्स फार्मा' कंपनी जांच के दायरे में है, क्योंकि उन पर आरोप है कि उनके 'डेक्सट्रोमेथॉर्फन हाइड्रोब्रोमाइड' युक्त कफ सिरप के कारण चार बच्चों की मौत हुई. राज्य सरकार ने अगली सूचना तक केसन्स फार्मा द्वारा निर्मित सभी 19 दवाओं की आपूर्ति निलंबित कर दी है. राजस्थान के मुख्यमंत्री ने विस्तृत जाँच और कड़ी कार्रवाई के आदेश दिए हैं. हालांकि, राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ने दावा किया है कि जांचा गया सिरप सुरक्षित था और उसमें किसी भी प्रकार की मिलावट या खराबी के लक्षण नहीं मिले.