Bihar Assembly Elections 2025: बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियों ने जोर पकड़ लिया है. शनिवार रात BJP ने पटना स्थित राज्य मुख्यालय में अपनी चुनाव समिति की एक अहम बैठक की. पार्टी नेताओं ने आगामी चुनावों के लिए चुनावी रणनीति और संभावित उम्मीदवारों पर चर्चा की. रविवार को एक और बैठक होने वाली है, जिसमें 2020 के चुनावों में पार्टी की हार वाली सीटों पर चर्चा होगी.
बैठक की अध्यक्षता केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने की, जिन्हें बिहार चुनाव प्रभारी नियुक्त किया गया है. उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य (सह-प्रभारी), केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय, गिरिराज सिंह, सांसद रविशंकर प्रसाद और बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा सहित वरिष्ठ नेता भी मौजूद थे.
बैठक के बाद, BJP के राष्ट्रीय महासचिव और बिहार प्रभारी विनोद तावड़े ने सोशल मीडिया पर कहा, 'बिहार एक बार फिर विकास-केंद्रित सरकार चुनने के लिए तैयार है. आज की बैठक आगामी चुनावों के लिए संभावित उम्मीदवारों पर चर्चा पर केंद्रित रही.'
शनिवार की बैठक में पार्टी ने 60 सीटों पर ध्यान केंद्रित किया. विजय कुमार सिन्हा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में बिहार ने विकास, सुशासन और जनकल्याण के नए मानक स्थापित किए हैं.
बिहार भाजपा अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने संवाददाताओं को बताया कि रविवार की बैठक में शेष सीटों पर चर्चा होगी, जिनमें पिछले चुनाव में जीती या हारी हुई सीटें भी शामिल हैं. उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि NDA गठबंधन में 'बड़ा भाई-छोटा भाई' वाली राजनीति नहीं होगी. जायसवाल ने कहा, 'एनडीए गठबंधन पूरी तरह एकजुट है. नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार ने वो हासिल किया है जिसका विपक्ष सिर्फ वादा करता है.' 2020 में, भाजपा ने 243 में से 110 सीटों पर चुनाव लड़ा और 74 सीटें जीतीं.
उन्होंने संकेत दिया कि अच्छे प्रदर्शन वाले मौजूदा विधायकों को फिर से टिकट मिल सकता है, जबकि जहां सत्ता विरोधी लहर ज्यादा है, वहां नए चेहरों को मौका दिया जाएगा. अपनी उम्मीदवारी के बारे में पूछे जाने पर, जायसवाल ने कहा, 'यह फैसला शीर्ष नेतृत्व करेगा. फिलहाल, मैं बिहार भाजपा में एक अभिभावक की भूमिका निभा रहा हूं.'