Bengaluru Thief Case: बेंगलुरु पुलिस ने इलेक्ट्रॉनिक सिटी थाना क्षेत्र से एक ऐसे चोर को पकड़ा है, जिसकी पारिवारिक जिंदगी जानकर पुलिस भी दंग रह गई. आरोपी बाबाजान की उम्र 36 वर्ष है और उसकी एक नहीं, बल्कि तीन पत्नियां और नौ बच्चे हैं. वह तीनों परिवारों की देखभाल कर रहा था और उसके पास कोई स्थायी रोजगार नहीं था.
पुलिस के मुताबिक बाबाजान की एक पत्नी शिकरिपाल्या (आनेकल के पास), दूसरी चिक्कबल्लापुर और तीसरी श्रीरंगपट्टनम में रहती है. वह इन तीनों स्थानों में बसे परिवारों से नियमित संपर्क में रहता था और उन सभी की जिम्मेदारियां उसी पर थीं. कोई आय का स्रोत न होने के कारण, बाबाजान ने चोरी का रास्ता अपना लिया ताकि वह तीनों घरों का खर्च चला सके.
हाल के महीनों में बेंगलुरु के कई इलाकों में सोने-चांदी की चोरी की घटनाएं सामने आ रही थीं. यह सभी चोरियां इतनी सफाई से की गई थीं कि पुलिस को लंबे समय तक कोई सुराग नहीं मिला. लेकिन एक घर में चोरी के बाद सीसीटीवी फुटेज और खुफिया जानकारी की मदद से पुलिस को बाबाजान पर शक हुआ.
इलेक्ट्रॉनिक सिटी थाना पुलिस ने जब बाबाजान को हिरासत में लिया और पूछताछ की, तो उसने चौंकाने वाले राज खोले. उसके पास से पुलिस ने 188 ग्राम सोने के जेवरात, 550 ग्राम चांदी और 1500 रुपये नकद बरामद किए. पुलिस ने बताया कि उसकी गिरफ्तारी से कुल 8 चोरी के मामलों को सुलझा लिया गया है.
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, 'प्रथम दृष्टया ऐसा लगता है कि परिवार चलाने में हो रही आर्थिक दिक्कतों के चलते उसने चोरी शुरू की. वह किसी अपराधी गैंग का सदस्य नहीं था, बल्कि अकेले ही सभी वारदातों को अंजाम देता था. उसने खुद को इस हद तक दक्ष बना लिया था कि उसे पकड़ना भी बेहद मुश्किल हो गया था.'
बाबाजान की कहानी सिर्फ चोरी की नहीं, बल्कि एक ऐसी जटिल पारिवारिक जिम्मेदारी की है, जिसने उसे अपराध के रास्ते पर ढकेल दिया. पुलिस अब आगे की जांच में जुटी है कि उसने कितनी और चोरियों को अंजाम दिया है.