सोसाइटी के 'अंकल लोगों' पर 22 साल की युवती ने ठोका 62 लाख का केस, जानें सोशल मीडिया में नेटिजन्स क्यों कर रहे तारीफ
बेंगलुरु की 22 वर्षीय महिला ने हाउसिंग सोसाइटी के कथित उत्पीड़न के खिलाफ कानूनी कदम उठाते हुए 62 लाख रुपये का सिविल केस दायर किया. CCTV सबूतों के बाद कार्रवाई हुई और सोशल मीडिया पर उसे व्यापक समर्थन मिला.
बेंगलुरु: बेंगलुरु की एक 22 साल की महिला ने अपनी हाउसिंग सोसाइटी के कुछ सदस्यों द्वारा कथित उत्पीड़न के खिलाफ मजबूती से खड़े होकर न सिर्फ कानूनी लड़ाई शुरू की, बल्कि सोशल मीडिया पर भी व्यापक समर्थन हासिल किया है. महिला ने अपने अनुभव को Reddit पर साझा किया, जहां उसकी पोस्ट तेजी से वायरल हो गई. इस पूरे मामले में 62 लाख रुपये के सिविल मुकदमे तक की बात सामने आई है.
महिला के मुताबिक, घटना शनिवार रात की है जब उसके पांच दोस्त उसके अपार्टमेंट पर आए थे. उसने स्पष्ट किया कि न तो कोई पार्टी हो रही थी, न तेज संगीत बज रहा था और न ही किसी तरह का शोर था. सभी दोस्त फ्लैट के अंदर सामान्य तरीके से खाना बना रहे थे और बातचीत कर रहे थे.
सोसाइटी सदस्य से विवाद की शुरुआत
महिला ने बताया कि कुछ समय बाद एक सोसाइटी सदस्य उसके दरवाजे पर पहुंचा और कथित तौर पर कहा कि वहां बैचलर्स को रहने की इजाजत नहीं है. उसने जब यह स्पष्ट किया कि वह खुद उस फ्लैट की मालिक है, तो विवाद और बढ़ गया. महिला का आरोप है कि इसके बाद चार से पांच लोग बिना अनुमति उसके लिविंग रूम में घुस आए और उस पर शराब पीने और ड्रग्स लेने जैसे आरोप लगाए.
उसने यह भी दावा किया कि सोसाइटी सदस्यों ने उसे अगले दिन तक अपार्टमेंट खाली करने का आदेश देने की कोशिश की. इस दौरान उसके दोस्तों ने हस्तक्षेप कर उन लोगों को फ्लैट से बाहर निकाला.
पुलिस और CCTV फुटेज का रोल
महिला के अनुसार, विवाद बढ़ने पर सोसाइटी सदस्यों ने पुलिस को बुला लिया. पुलिस ने फ्लैट के मालिक के बारे में पूछा, जिस पर महिला ने खुद को मालिक बताया. उसने कहा कि चूंकि कोई कानून व्यवस्था की समस्या नहीं थी, इसलिए उसने पुलिस को कागजात दिखाने से मना कर दिया. महिला ने यह भी बताया कि उसके घर में CCTV कैमरे लगे हैं और पूरी घटना रिकॉर्ड हो चुकी थी.
Harassed in my own appartment by society board members !!!
byu/Ananyxgupta inLegalAdviceIndia
सोशल मीडिया पर मिला समर्थन
जैसे ही महिला की पोस्ट वायरल हुई, सोशल मीडिया पर यूजर्स ने उसके साहस और कानूनी रास्ता अपनाने की जमकर सराहना की. कई लोगों ने कहा कि यह उदाहरण दूसरों के लिए भी प्रेरणादायक है और किसी के निजी स्थान में दखल देना स्वीकार्य नहीं है.
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