हनीमून के दौरान शादी से पहले की दोस्ती को लेकर हुए विवाद के कारण नवविवाहित पति-पत्नी ने आत्महत्या कर ली. बेंगलुरु की रहने वाली गणवी की आत्महत्या के बाद मचे हंगामे के बाद 35 वर्षीय सूरज अपने परिवार के साथ बेंगलुरु से भाग गया और उसने लगभग 1000 किलोमीटर दूर नागपुर में एक होटल में आत्महत्या कर ली. उस पर दहेज उत्पीड़न के आरोप लगे थे. सूरज की मां ने भी आत्महत्या करने की कोशिश की लेकिन वह बच गई.
सूरज शिवन्ना और गणवी का विवाह 29 अक्टूबर को बेंगलुरु में हुआ था, दोनों विवाह के तुरंत बाद 10 दिवसीय हनीमून के लिए श्रीलंका के लिए रवाना हुए. हनीमून पर शादी से पहले की दोस्ती को लेकर दोनों के बीच विवाद हो गया जिसके बाद गणवी ने कथित तौर पर सूरज से कहा कि वह उसके साथ वैवाहिक संबंध जारी नहीं रखना चाहती, जिसके चलते दोनों जल्द ही हनीमून से लौट आए.
सूरज शिवना बेंगलुरु के विजयनगर में एक ऑनलाइन डिलीवरी सेवा की फ्रेंचाइजी चलाते हैं, 29 अक्टूबर को उन्होंने एमबीए ग्रेजुएट गणवी से शादी की थी. पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि शादी भव्य थी लेकिन गणवी कथित तौर पर शादी करने की इच्छुक नहीं थे लेकिन उसकी मौसी ने उस पर शादी करने का दबाव बनाया था.
शादी के कुछ ही दिन बाद दंपति 10 दिन के हनीमून के लिए श्रीलंका रवाना हो गए लेकिन विवाद के कारण दोनों जल्द ही हनीमून से लौट आए.
जानकारी के अनुसार, दोनों के बीच शादी से पहले की दोस्ती को लेकर विवाद हुआ था और दोनों मात्र 5 दिन के बाद ही हनीमून से लौट आए. परिवार वालों ने बताया कि इससे बाद गणवी ने शादी बरकरार रखने से इनकार कर दिया.
परिवार के सदस्यों ने इस शादी को बरकरार रखने के लिए काफी मध्यस्थता की लेकिन प्रयास असफल रहे. इसके बाद गणवी अपने मायके के लिए रवाना हो गई और कुछ ही घंटों बाद गणवी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.
गणवी के परिजनों ने सूरज के परिवार वालों पर दहेज उत्पीड़न का आरोप लगाया जिसके बाद बेंगलुरु पुलिस ने सूरज के खिलाफ दहेज उत्पीड़न और आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया. यही नहीं गणवी के परिवार ने सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन भी किया.
परिवार का आरोप है कि 30 लोगों ने सूरज के घर पर धावा बोला जिसके चलते उसे बेंगलुरु से भागना पड़ा. सूरज के भाई संजय ने बताया कि हमारे घर पर हमला हुआ था, सूरज पर दहेज उत्पीड़न का मामला दर्ज हुआ था जिससे हम सदमे में थे और डरे हुए थे, हमारे पास बेंगलुरु से भागने के अलावा कोई विकल्प नहीं था.
संजय ने कहा कि हमने दहेज की कोई मांग नहीं की, हमने शादी के सारे खर्च उठाए. उनका इस तरह से आरोप लगाना बेहद चौंकाने वाला है.
23 दिसंबर को सूरज और उसकी मां जयंती और भाई संजय हैदराबाद के लिए रवाना हुए और अगले दिन नागपुर के लिए निकल पड़े. शुक्रवार देर रात उन्होंने महाराष्ट्र के नागपुर में सोनेगांव पुलिस थाना क्षेत्र के अंतर्गत एक होटल में दो कमरे बुक किए.
एफआईआर के अनुसार, सूरज ने दुपट्टे से छत के पंखे से लटककर आत्महत्या कर ली. बेटे की मौत से मां सदमे में थी तो उसने भी आत्महत्या करने की कोशिश की लेकिन फंदा टूट गया और वह बच गई.
नागपुर पुलिस ने फिलहाल हत्या का मामला दर्ज कर लिया है और बेंगलुरु पुलिस के साथ समन्वय कर रही है. वहीं सूरज की पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है ताकि किसी भी तरह की साजिश की आशंका को खारिज किया जा सके.