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क्या हल निकलेगा आज? एक बार फिर नाश्ते की टेबल पर मिलेंगे सीएम सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार

कर्नाटक में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार के बीच नेतृत्व को लेकर चल रही खींचतान को खत्म करने के लिए दोनों नेता आज फिर नाश्ते पर मिलेंगे. कांग्रेस हाईकमान ने दोनों से मिलकर समाधान निकालने को कहा है.

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Edited By: Km Jaya
DK Shivakumar and CM Siddaramaiah India daily
Courtesy: @Anjan94150697 x account

बेंगलुरु: कर्नाटक में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार के बीच चल रही नेतृत्व से जुड़ी खींचतान एक बार फिर सुर्खियों में है. इसी मसले को सुलझाने के लिए मुख्यमंत्री दो दिसंबर यानी आज  शिवकुमार के आवास पर नाश्ते के लिए पहुंचेंगे. यह बैठक पिछले सप्ताह हुई मुलाकात का आगे का चरण है, जिसमें दोनों नेताओं के बीच सहमति नहीं बन सकी थी. 

कांग्रेस हाईकमान के निर्देश पर दोनों नेता लगातार बातचीत कर रहे हैं ताकि सरकार में एकजुटता का संदेश दिया जा सके और नेतृत्व विवाद को शांत किया जा सके. सूत्रों के अनुसार दिल्ली में कांग्रेस नेतृत्व ने दोनों नेताओं को मिलकर समाधान निकालने को कहा है, जिसके बाद दोनों नेता बैठक के बाद अपनी रिपोर्ट हाईकमान को सौंपेंगे. 

शिवकुमार ने मीटिंग के बारे में क्या बताया?

शिवकुमार ने इस बातचीत को निजी मामला बताते हुए कहा कि यह दो भाइयों के बीच की चर्चा है. उन्होंने यह भी कहा कि सरकार में किसी तरह का गुटबाजी नहीं है और बातचीत का दौर आगे भी जारी रहेगा. मंगलवार की मीटिंग के बारे में एक इंटरव्यू में, उन्होंने मजाक में कहा कि मेन्यू में 'नाश्ते में नाटी चिकन' होगा, और कहा कि दिल्ली का ट्रिप अभी तय नहीं हुआ है.

क्या है पूरा मामला?

नेतृत्व से जुड़ा यह विवाद तब शुरू हुआ जब नवंबर में सिद्धारमैया ने अपने कार्यकाल का आधा हिस्सा पूरा किया. शिवकुमार के करीबी विधायकों का दावा है कि पार्टी नेतृत्व ने अनौपचारिक रूप से आश्वासन दिया था कि कार्यकाल के दौरान मुख्यमंत्री पद उन तक पहुंचेगा. हालांकि शिवकुमार सार्वजनिक तौर पर किसी भी सत्ता संघर्ष से इनकार करते रहे हैं और कहते हैं कि वह, मुख्यमंत्री और पूरा राज्य एकजुट है.

सीएम सिद्धारमैया ने क्या कहा?

वहीं सिद्धारमैया ने किसी भी तरह की समझौता व्यवस्था या पद बदलने की बात को सिरे से खारिज कर दिया है और स्पष्ट कहा है कि वह अपना पूरा पांच साल का कार्यकाल पूरा करेंगे. पिछली बैठक के बाद सिद्धारमैया ने कहा कि बातचीत का मुख्य मुद्दा 2028 के विधानसभा चुनावों की तैयारी था. उन्होंने कहा कि दोनों नेता स्थानीय निकाय चुनावों और कांग्रेस को 2028 में वापस सत्ता में लाने की रणनीति पर चर्चा कर रहे हैं. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे भी मामले पर नजर बनाए हुए हैं और हाल ही में राहुल गांधी से मिले हैं.