बेंगलुरु: कर्नाटक के बेंगलुरु शहर में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. एक 24 साल के आदमी की उसके बड़े भाई और उसके दो साथियों ने हत्या कर दी और लाश को एक झील में फेंक दिया. पुलिस का कहना है कि पीड़ित धनराज का हिंसक बर्ताव का इतिहास रहा है और उसका बड़ा भाई शिवराज अब उसकी हरकतों को बर्दाश्त नहीं कर पा रहा था. यह जुर्म 2 नवंबर को हुआ था और लाश चार दिन बाद 6 नवंबर को मिली.
कलबुर्गी जिले का रहने वाला धनराज चोरी, शराब पीने और अक्सर होने वाले झगड़ों सहित कई आपराधिक गतिविधियों में शामिल था. वह अपने माता-पिता पर हमला करने के लिए जाना जाता था और अपने बड़े भाई पर भी हमला करता था जब उसके बर्ताव के बारे में उससे पूछा जाता था. पड़ोसियों ने भी धनराज के मोबाइल फोन और जानवर चुराने की शिकायत की थी. उसके माता-पिता और भाई सालों से उससे लगातार परेशान हो रहे थे.
शिवराज, जो कैब ड्राइवर का काम करता है ने अपने दो दोस्तों, संदीप (24) और प्रशांत (26) की मदद से अपने भाई की हत्या की योजना बनाई. मर्डर वाले दिन, शिवराज ने धनराज को बेंगलुरु बुलाया, यह कहकर कि वह उसे नौकरी ढूंढने में मदद करेगा. धनराज को तीन लोगों ने बन्नेरघट्टा-NICE रोड के पास एक कार में उठाया.
जब धनराज आगे की पैसेंजर सीट पर अपने फोन में बिजी था, तो संदीप और प्रशांत ने कथित तौर पर उसे पीछे से पकड़ लिया. उसी समय, शिवराज ने एक चाकू से धनराज की गर्दन पर वार किया, जिससे गाड़ी के अंदर ही उसकी मौत हो गई. फिर तीनों ने लाश को बन्नेरघट्टा-कग्गलीपुरा रोड के किनारे फेंक दिया और इलेक्ट्रॉनिक सिटी-NICE रोड के पास मर्डर वेपन और कार के फ्लोर मैट को फेंक दिया.
शुरू में, जब सड़ी-गली लाश मिली, तो पुलिस को शक हुआ कि यह एक अननैचुरल मौत है, लेकिन उनके पास कोई सबूत नहीं था जिससे यह पता चले कि कुछ गड़बड़ है. हालांकि, पास की एक कंपनी के CCTV फुटेज में कार रुकती हुई और लाश फेंकी जाती हुई दिखी, जिससे पुलिस ने आगे जांच शुरू की. कार की नंबर प्लेट का पता लगाने के बाद, पुलिस ने शिवराज, संदीप और प्रशांत को गिरफ्तार कर लिया. उन पर मर्डर का चार्ज लगाया गया है और वे अभी ज्यूडिशियल कस्टडी में हैं.