53 करोड़ की चौंकाने वाली बैंक डकैती का मास्टरमाइंड निकला बैंक मैनेजर, इस तरह किया पुलिस को गुमराह

Karnataka Bank Robbery: गिरफ्तारी से बैंक के जमाकर्ताओं को राहत मिली है, जिन्होंने अपना कीमती सामान वापस पाने की उम्मीद खो दी थी. पुलिस अब बाकी सदस्यों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है और जल्द ही पूरे नेटवर्क का भंडाफोड़ होने की उम्मीद है.

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Anvi Shukla

Karnataka Bank Robbery: कर्नाटक के विजयपुरा जिले के मणगुली गांव स्थित कैनरा बैंक की शाखा में मई महीने की 23 से 25 तारीख के बीच हुई ₹53.26 करोड़ की सनसनीखेज डकैती का राज आखिरकार खुल गया है. पुलिस ने इस हाई-प्रोफाइल मामले में बड़ी सफलता हासिल करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें सबसे चौंकाने वाला नाम है—बैंक का पूर्व शाखा प्रबंधक विजयकुमार मिरियाल.

विजयकुमार के अलावा गिरफ्तार किए गए दो अन्य आरोपी हैं—चंद्रशेखर नेरेला और सुनील मोका. चंद्रशेखर पूर्व में बैंककर्मी रह चुका है और अब ठेकेदारी और कैसीनो से जुड़ा है, जबकि सुनील विजयकुमार का सहायक बताया जा रहा है.

बिना ताले तोड़े 59 किलो सोना और लाखों नकद उड़ाए

डकैती की ये वारदात बेहद चतुराई से अंजाम दी गई थी. न तो किसी हथियार का उपयोग किया गया और न ही लॉकर तोड़ा गया. विजयकुमार ने अपने पहले कार्यकाल के दौरान ही बैंक लॉकर की डुप्लिकेट चाबियां बनवा ली थीं. यही नहीं, आरोपियों ने पहले सीसीटीवी और बिजली की लाइनें काटीं, फिर खिड़की की ग्रिल हटाकर बिना किसी शोर-शराबे के अंदर घुसकर चोरी की.

मिर्च पाउडर और काले जादू से...

पुलिस की जांच में यह सामने आया कि आरोपियों ने घटनास्थल पर मिर्च पाउडर छिड़का ताकि खोजी कुत्ते सुराग न पकड़ सकें. साथ ही कुछ टोने-टोटके से जुड़े सामान भी मौके पर छोड़े गए, जिससे मामला रहस्यमयी लगे और पुलिस भ्रमित हो जाए.

फिल्मों से ली प्रेरणा...

गिरफ्तार आरोपियों ने कई हॉलीवुड, बॉलीवुड और नेटफ्लिक्स की डकैती पर आधारित फिल्में देखीं और उनसे प्रेरणा लेकर योजना तैयार की. उन्होंने रेकी के दौरान अपने पहनावे से लेकर हेलमेट और मास्क जैसे सभी जरूरी पहलुओं पर काम किया. विजयपुरा के एसपी लक्ष्मण निंबर्गी ने जानकारी दी, 'लूट की योजना फरवरी से ही बननी शुरू हो गई थी और आरोपियों ने कई बार गांव में जाकर पूरी तैयारी की.'