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India Daily

'मेरे पास दो घर, हर महीने कमाता हूं 3 लाख रुपये', ऑटो ड्राइवर का दावा सोशल मीडिया पर वायरल, जानें क्या बोले यूजर्स?

ऑटो चालक 4-5 करोड़ रुपये मूल्य के दो घरों का मालिक निकला, जिनसे उन्हें 2-3 लाख रुपये मासिक किराया मिलता है, साथ ही उनकी एक एआई स्टार्टअप में हिस्सेदारी भी है. हालांकि आकाश आनंदानी के इस पोस्ट पर नेटिज़न्स दो धड़ों में बंटे हुए नज़र आ रहे हैं.

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Edited By: Kanhaiya Kumar Jha
auto driver's claim goes viral on social media
Courtesy: grok AI

बेंगलुरु के एक ऑटो रिक्शा चालक को लेकर किए गए एक इंजीनियर के सोशल मीडिया पोस्ट पर बहस छिड़ गई है और देखते ही देखते ये पोस्ट वायरल हो गया है. दरअसल आकाश आनंदानी नाम के एक इंजीनियर के सोशल मीडिया पोस्ट के मुताबिक 4 अक्टूबर को वो एक ऑटो में सवार हुए, लेकिन ऑटो चालक की सहजता देखकर दंग रह गए. आनंदानी के मुताबिक ऑटो चालक 4-5 करोड़ रुपये मूल्य के दो घरों का मालिक निकला, जिनसे उन्हें 2-3 लाख रुपये मासिक किराया मिलता है, साथ ही उनकी एक एआई स्टार्टअप में हिस्सेदारी भी है. हालांकि आकाश आनंदानी के इस पोस्ट पर नेटिज़न्स दो धड़ों में बंटे हुए नज़र आ रहे हैं. कुछ लोग इंजीनियर की बातों से सहमत नज़र आ रहे हैं, जबकि कुछ लोग इसे बनावटी बता रहे हैं.

इस पोस्ट को कुछ ही घंटों में 1,300 से ज़्यादा लाइक और 58,000 से ज़्यादा व्यूज़ मिल गए, और पोस्ट पर प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई। इंटरनेट पर लोग हैरानी और संदेह भी जता रहे हैं.  कुछ लोग ऑटो ड्राइवर की मेहनत पर अचंभित हैं तो कुछ इसे मनगढ़ंत कहानी भी बता रहे हैं. एक यूजर ने लिखा कि यही वजह है कि बैंगलोर स्टार्टअप की राजधानी है, ऑटो ड्राइवर भी निवेशक हैं, जबकि दूसरे ने तंज कसते हुए कहा कि लगता है किसी बॉलीवुड की गरीबी से अमीरी तक की फ़िल्म की स्क्रिप्ट है.

किसी ने कहा 'मनगढ़ंत कहानी' तो कोई बोला 'निवेशक है तो पूरी तरह से विश्वसनीय'

हालाँकि, आनंदानी ने ज़ोर देकर कहा कि यह कहानी सच है. एक अन्य यूजर ने लिखा "अगर वह निवेशक है तो पूरी तरह से विश्वसनीय है, क्योंकि उसे बस पैसे की ज़रूरत होती है. संस्थापक एक मनगढ़ंत कहानी है, जो बातचीत के बाद अच्छे लोगों को प्रभावित करने के लिए गढ़ी गई है, लोग कहानी सुनाते हैं." एक अन्य ने कहा, "वह बस एक ऑटो ड्राइवर है क्योंकि वह जानता है कि ऑटो ड्राइवर बनना ही संभावित संस्थापकों से मिलने का सबसे अच्छा तरीका है जिनमें वह निवेश कर सकता है।"

"अच्छी कमाई करने वाले लोग पैसे के लिए नहीं, बल्कि शौक़ से टैक्सी चलाते हैं"

वही एक अन्य ने कहा "मुमकिन है, बैंगलोर में अकेलापन एक बड़ी समस्या है. यहां कुछ अच्छी कमाई करने वाले लोग पैसे के लिए नहीं, बल्कि शौक़ से टैक्सी चलाते हैं. मैंने ऐसे कई मामले सुने हैं." आनंदानी के इस पोस्ट पर लोगों की तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही है. पोस्ट में कितनी सच्चाई है, ये तो आनंदानी ही जानते हैं, लेकिन उनके इस पोस्ट ने लोगों के बीच एक नई बहस को जरूर जन्म दे दिया है।