झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के संस्थापक शिबू सोरेन का 4 अगस्त 2025 को दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में 81 वर्ष की आयु में निधन हो गया. वह लंबे समय से किडनी की बीमारी से जूझ रहे थे और 19 जून 2025 से अस्पताल में भर्ती थे. उनके निधन की खबर ने पूरे झारखंड को शोक में डुबो दिया. उनके बेटे और वर्तमान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सोशल मीडिया पर इस दुखद खबर को साझा करते हुए लिखा, "आज मैंने सब कुछ खो दिया. मेरे प्यारे दिशोम गुरुजी हमें छोड़कर चले गए."
शिबू सोरेन ने अपने पांच दशक लंबे राजनीतिक करियर में आदिवासी अधिकारों और झारखंड के विकास के लिए अथक संघर्ष किया. उन्होंने तीन बार (2005, 2008 और 2009) झारखंड के मुख्यमंत्री के रूप में सेवा दी और यूपीए सरकार में कोयला मंत्री भी रहे. 2019 के लोकसभा चुनाव में दुमका सीट से चुनाव लड़ने वाले शिबू सोरेन ने अपनी संपत्ति का ब्योरा चुनाव आयोग को सौंपे हलफनामे में दिया था. आइए, उनकी आर्थिक स्थिति और संपत्ति पर एक नजर डालते हैं.
शिबू सोरेन की कुल संपत्ति
2019 के लोकसभा चुनाव हलफनामे के अनुसार, शिबू सोरेन की कुल संपत्ति 7.25 करोड़ रुपये थी. इसमें उनकी चल और अचल संपत्ति शामिल थी. हालांकि, उनकी देनदारियां भी 2.2 करोड़ रुपये से अधिक थीं, जिसके कारण उनकी शुद्ध संपत्ति (नेट वर्थ) लगभग 5.05 करोड़ रुपये थी. उनकी संपत्ति में दिल्ली और गाजियाबाद में मकान, बोकारो से लेकर उत्तर प्रदेश तक के प्लॉट, और उनकी पत्नी रूपी देवी के नाम पर खेती योग्य जमीन शामिल थी.
संपत्ति का विवरण
शिबू सोरेन के पास पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) और भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) में 1 करोड़ रुपये से अधिक की जमा राशि थी. इसके अलावा, उनके पास 11 लाख रुपये के डाक बचत और राष्ट्रीय बचत पत्र (एनएसएस) खाते थे. उनके पास 25,000 रुपये की जीवन बीमा पॉलिसी भी थी. शिबू सोरेन के नाम पर एक कार थी, जिसकी कीमत लगभग 25 लाख रुपये थी.
उनकी पत्नी रूपी देवी और परिवार के अन्य सदस्यों के नाम पर 82 लाख रुपये कीमत की खेती योग्य जमीन थी. बोकारो, दुमका और गाजियाबाद में उनके और उनकी पत्नी के नाम पर 1.94 करोड़ रुपये के प्लॉट थे. दुमका के खिजुरिया, रांची के नगाटोली और बोकारो के खेसपाल चास में उनकी पत्नी के नाम पर 1.38 करोड़ रुपये की व्यावसायिक संपत्तियां थीं. इसके अलावा, दिल्ली के साउथ एक्सटेंशन में 66 लाख रुपये का एक अपार्टमेंट और नेमरा में एक आवासीय मकान भी उनके पास था.
शिबू सोरेन पर 2.2 करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज था, जो उनकी संपत्ति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा था. यह कर्ज विभिन्न वित्तीय संस्थानों से लिया गया था. उनकी देनदारियों में 14.8 लाख रुपये की अन्य देनदारियां भी शामिल थीं.